Rajasthan politics: राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर दिलचस्प नजारा देखने को मिला, जब फोन टेपिंग और जासूसी के आरोपों से सरकार को घेरने वाले (Rajasthan politics)डॉ. किरोड़ी लाल मीना मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ मंच साझा करते दिखे। इस तस्वीर ने राजनीतिक हलकों में चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
एक मंच पर CM भजनलाल और किरोड़ी लाल मीना
सोमवार को जयपुर के दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान केंद्र में राज्य स्तरीय किसान सम्मान समारोह आयोजित हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शामिल हुए। इसी कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना भी पहुंचे और वे मुख्यमंत्री के बिल्कुल पास बैठे नजर आए। खास बात यह रही कि महज एक दिन पहले ही उन्होंने सरकार पर फोन टेपिंग और जासूसी के आरोप दोहराए थे। ऐसे में दोनों नेताओं का साथ बैठना राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का कारण बन गया।
सुलह के संकेत या कोई सियासी संदेश?
डॉ. किरोड़ी लाल मीना पिछले कुछ दिनों से सदन और सरकारी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए थे। फोन टेपिंग मामले को लेकर सरकार पर सवाल उठाने के बाद यह पहला मौका था जब वे किसी सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ मंच साझा करने को राजनीतिक गलियारों में दो नजरियों से देखा जा रहा है—क्या यह सरकार और किरोड़ी के बीच सुलह का संकेत है या फिर कोई नया सियासी संदेश?
किरोड़ी और सरकार के बीच विवाद की वजह क्या?
कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने कुछ दिनों पहले बयान दिया था कि उनका फोन टेप किया जा रहा है और उनकी जासूसी हो रही है। इस बयान ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी थीं, जिसके बाद विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा। विधानसभा में सरकार को इस पर बयान देना पड़ा, जिसमें फोन टेपिंग से इनकार किया गया। भाजपा ने भी इस बयान पर नाराजगी जताते हुए किरोड़ी मीना को नोटिस भेजा, जिसका उन्होंने जवाब भी दिया। बावजूद इसके, उन्होंने हाल ही में फिर से फोन टेपिंग के आरोप दोहराए। लेकिन अब उनके मुख्यमंत्री के साथ मंच साझा करने से सियासी हलचल तेज हो गई है।
क्या आगे कुछ बड़ा होने वाला है?
इस तस्वीर ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या किरोड़ी मीना सरकार के साथ अपने मतभेद खत्म कर रहे हैं, या फिर यह कोई नई राजनीतिक चाल है? आने वाले दिनों में राजस्थान की राजनीति में इस घटनाक्रम का क्या असर पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।