Khinvsar By-election 2024: जीत का ताज किसके सिर? कनिका बेनीवाल की राह में कितनी चुनौती?

0
Kanika Beniwal RLP candidate

Kanika Beniwal RLP candidate:राजस्थान की राजनीति में इस बार खींवसर विधानसभा क्षेत्र पर खास नजरें टिकी हैं, जहां हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल ने (Kanika Beniwal RLP candidate)आरएलपी की ओर से उपचुनाव में दावेदारी पेश की है। नागौर से सांसद और आरएलपी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने अपनी पार्टी का चेहरा और खींवसर की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कनिका बेनीवाल को मैदान में उतारा है।

बेनीवाल परिवार का इस क्षेत्र में मजबूत जनाधार और प्रभाव है, जो विपक्षी दलों के लिए चुनौती बना हुआ है। इस चुनाव में कनिका बेनीवाल का मुकाबला कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और चिकित्सा क्षेत्र की विशेषज्ञ डॉ. रतन चौधरी और भाजपा के प्रत्याशी रेवंतराम डांगा से हो रहा है, जिससे यह चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस और भाजपा जहां अपनी पुरानी पकड़ को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं आरएलपी के इस कदम से चुनावी समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं।

हनुमान बेनीवाल के प्रभाव के चलते आरएलपी को खींवसर में एक नई ताकत मिलती दिख रही है, जबकि कांग्रेस और भाजपा इस चुनौती का जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। राजपूत समुदाय और किसान वर्ग में खास पकड़ रखने वाली आरएलपी ने इस चुनाव के जरिए राज्य की प्रमुख राजनीति में अपना योगदान बढ़ाने का संदेश भी दिया है।

खींवसर उपचुनाव 2024: बेनीवाल परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व

खींवसर उपचुनाव 2024 में हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल की जीत से इतिहास रचा जा सकता है। यदि कनिका बेनीवाल चुनाव में जीत दर्ज करती हैं, तो खींवसर विधानसभा नागौर जिले की पहली ऐसी सीट होगी, जहां एक ही परिवार से तीन विधायकों का इतिहास बनेगा। पहले खुद हनुमान बेनीवाल, फिर उनके भाई नारायण बेनीवाल, और अब कनिका बेनीवाल इस राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं।

प्रमुख उम्मीदवार: कांग्रेस, भाजपा और आरएलपी के बीच कड़ा मुकाबला

उपचुनाव में मुख्य मुकाबला आरएलपी की कनिका बेनीवाल, कांग्रेस की डॉ. रतन चौधरी और भाजपा के रेवंतराम डांगा के बीच होगा। भाजपा ने हनुमान बेनीवाल को चुनौती देने के लिए रेवंतराम डांगा को टिकट दिया है, जो पिछले विधानसभा चुनाव में बेनीवाल को मात्र 2059 वोटों से हराने के करीब पहुंचे थे। दू

सरी ओर, कांग्रेस ने पूर्व आईपीएस सवाई सिंह चौधरी की पत्नी डॉ. रतन चौधरी पर भरोसा जताया है, जिनकी क्षेत्र में गहरी पकड़ मानी जाती है। डॉ. रतन चौधरी की उम्मीदवारी को पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा का समर्थन मिला, जबकि हनुमान बेनीवाल कांग्रेस के दिग्गज नेता दुर्ग सिंह को टिकट दिलवाना चाहते थे।

खींवसर: हनुमान बेनीवाल का गढ़

खींवसर सीट को हनुमान बेनीवाल का गढ़ माना जाता है, जहां वे पहले भी अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत कर चुके हैं। उनकी पत्नी कनिका बेनीवाल के मैदान में उतरने से आरएलपी समर्थकों में उत्साह का माहौल है, जबकि भाजपा और कांग्रेस भी इस मुकाबले को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here