ईश्वर की आड़ में अपराध! चर्च में महिलाओं के शोषण का मामला, कोर्ट में पादरी बजिंदर का घिनौना सच बेनकाब

Bajinder Singh case:

Bajinder Singh case: धर्म की आड़ में पाप, चमत्कार के नाम पर ठगी और आस्था के साथ विश्वासघात—पादरी बजिंदर सिंह का यही असली चेहरा अब कानून के सामने बेनकाब हो चुका है। (Bajinder Singh case)मोहाली की पॉक्सो कोर्ट ने 2018 में हुए यौन उत्पीड़न और बलात्कार के मामले में उसे दोषी करार दिया है। अब 1 अप्रैल को अदालत यह तय करेगी कि इस ढोंगी पादरी को कितनी सजा मिलेगी।


कैसे खुला पादरी के घिनौने खेल का राज?

पंजाब के जीरकपुर इलाके में रहने वाली एक महिला ने 2018 में पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ यौन शोषण और बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता का आरोप था कि बजिंदर सिंह उसे चमत्कार और आध्यात्मिक शक्तियों का लालच देकर चर्च में बुलाता था और फिर उसके साथ गलत हरकतें करता था।

पुलिस जांच में बजिंदर की घिनौनी हरकतों के कई सबूत मिले, जिसके बाद उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 420 (धोखाधड़ी), 354 (अश्लीलता), 294, 323, 506, 148 और 149 के तहत मामला दर्ज किया गया था।


पादरी की करतूतें: ‘चमत्कार’ के बहाने महिलाओं को फंसाने का खेल

पुलिस जांच में जो बातें सामने आईं, वे वाकई चौंकाने वाली थीं।

  • पादरी बजिंदर चर्च में बीमारियों को ठीक करने और चमत्कार करने का दावा करता था, जिससे सैकड़ों लोग उसकी बातों में आ जाते थे।

  • महिलाओं को ‘आत्मशुद्धि’ और ‘चमत्कार’ के नाम पर अपने पास बुलाकर उनका शोषण करता था।

  • उसने कई महिलाओं से फोन नंबर लिए और फिर उन्हें लगातार अश्लील मैसेज भेजने लगा।

  • एक केबिन में बुलाकर पीड़िताओं को अकेले बैठाता था और फिर उनके साथ अश्लील हरकतें करता था।

पीड़िता ने जब इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई, तो उसे डराया-धमकाया गया और केस वापस लेने का दबाव डाला गया। लेकिन पीड़िता ने हार नहीं मानी और आखिरकार अदालत में पादरी का काला सच सामने आ गया।


लंदन भागने की फिराक में था पादरी…

जब पादरी को लगा कि पुलिस उसके खिलाफ सबूत जुटा रही है, तो उसने भारत छोड़ने की साजिश रची। लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट पर लंदन जाने की कोशिश करते समय पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पादरी ने हरसंभव कोशिश की कि उसे जमानत मिल जाए, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ मजबूत केस तैयार कर दिया। अब कोर्ट ने उसे दोषी करार दे दिया है और जल्द ही उसकी सजा का ऐलान होने वाला है।


1 अप्रैल को सजा का ऐलान, कितना कठोर होगा कानून?

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या पादरी बजिंदर सिंह को सख्त सजा मिलेगी? क्या यह फैसला धर्म की आड़ में अपराध करने वालों के लिए एक मिसाल बनेगा? पीड़िता और उसके परिवार को अब इंसाफ मिलने की उम्मीद है। वहीं, इस फैसले के बाद पादरी के समर्थक सकते में हैं। अब सभी की नजर 1 अप्रैल को आने वाले अदालत के फैसले पर है। क्या यह ‘चमत्कारी’ पादरी अपनी करनी की सजा भुगतेगा या फिर कोई नया कानूनी दांव-पेच उसे बचा लेगा? इसका जवाब जल्द ही सामने आएगा!

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here