सपनों का घर या ठगी का जाल? यूनिक बिल्डर्स की साजिश बेनकाब, उपभोक्ता आयोग का बड़ा एक्शन!

Unique Builders

Unique Builders: जिला उपभोक्ता आयोग जयपुर प्रथम ने रियल एस्टेट कंपनी यूनिक बिल्डर्स (मोडेस्ट इन्फ्रा लिमिटेड) की धोखाधड़ी का पर्दाफाश करते हुए उसे तगड़ा झटका दिया है।(Unique Builders) आयोग ने बिल्डर के चेयरमैन अजयपाल सिंह को आदेश दिया है कि वह पीड़ित उपभोक्ता को 21,96,369 रुपए 9% वार्षिक ब्याज के साथ लौटाए।

मानसिक प्रताड़ना के लिए 1 लाख जुर्माना

इसके अलावा, आयोग ने उपभोक्ता को हुई मानसिक और शारीरिक पीड़ा के लिए यूनिक बिल्डर्स पर 1,00,000 रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही, कानूनी प्रक्रिया में हुए खर्च की भरपाई के लिए 25,000 रुपए का अतिरिक्त भुगतान करने का भी आदेश दिया है।

फ्लैट के नाम पर 2015 से लटकाया जा रहा था मामला

पीड़ित के वकील प्रवीण बलवदा ने आयोग को बताया कि यूनिक बिल्डर्स ने दिनेश कुमार शर्मा नामक उपभोक्ता को वेल-फर्निश्ड फ्लैट देने का लालच देकर 2015 में बुकिंग करवाई थी। बिल्डर ने उपभोक्ता को दिसंबर 2017 तक फ्लैट का कब्जा देने का वादा किया था, लेकिन 2021 तक भी कब्जा नहीं दिया गया।

बिल्डर ने नहीं सुनी उपभोक्ता की शिकायतें

पीड़ित उपभोक्ता ने कई बार बिल्डर से शिकायत की, लेकिन हर बार उनकी बात अनसुनी कर दी गई। बिल्डर ने उपभोक्ता को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, जिससे उपभोक्ता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आयोग ने सुनवाई के बाद बिल्डर को सेवा में कमी और उपभोक्ता के साथ धोखाधड़ी का दोषी पाया। इस फैसले को रियल एस्टेट क्षेत्र में ग्राहकों को ठगने वाले बिल्डरों के खिलाफ एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

फ्लैट खरीदते समय सतर्क रहें, झूठे वादों में न आएं

यह मामला रियल एस्टेट कंपनियों की धोखाधड़ी का एक और उदाहरण है। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे फ्लैट खरीदते समय पूरी जांच-पड़ताल करें और बिल्डरों के झूठे वादों में न आएं। यदि आपके साथ भी ऐसी कोई धोखाधड़ी होती है, तो तुरंत उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज कराएं। यह फैसला बिल्डरों के लिए एक चेतावनी है कि वे ग्राहकों के साथ ठगी करने से बचें। उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और किसी भी तरह की धोखाधड़ी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।

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