Ajmer Dargah controversy: अजमेर दरगाह विवाद में हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दावा किया है कि दरगाह का निर्माण एक प्राचीन शिव मंदिर की जगह पर हुआ है। (Ajmer Dargah controversy)गुप्ता ने इस संबंध में अजमेर जिला अदालत में याचिका दाखिल कर इस क्षेत्र का सर्वेक्षण कराने की मांग की थी।
अदालत की प्रतिक्रिया और नोटिस जारी
अजमेर सिविल न्यायालय ने 27 नवंबर 2024 को इस याचिका को स्वीकार करते हुए दरगाह कमेटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय, और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। मामले को धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से संवेदनशील माना जा रहा है।
सुरक्षा की मांग और फायरिंग की घटना
गुप्ता ने हाल ही में अदालत में बयान दिया था कि सुनवाई के दौरान कोर्ट परिसर में भीड़ इकट्ठा होने से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है। उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम की मांग की थी।
24 जनवरी को हुई सुनवाई के बाद, गुप्ता पर फायरिंग की घटना सामने आई है। यह घटना विवाद को और अधिक संवेदनशील बना रही है।
पुलिस और प्रशासन की सतर्कता
हमले के बाद पुलिस प्रशासन मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है। फायरिंग के पीछे की मंशा और हमलावरों की पहचान की कोशिश की जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
विवाद का संवेदनशील पहलू
यह मामला धार्मिक भावनाओं और ऐतिहासिक विवाद से जुड़ा होने के कारण अत्यंत संवेदनशील है। प्रशासन और न्यायपालिका पर इसे निष्पक्षता और सुरक्षा के साथ सुलझाने का दबाव है। मामले की अगली सुनवाई और सुरक्षा प्रबंधों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।