Ram Jal Setu Project: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर राजस्थान सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार देर रात घोषणा की कि पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना (PKC-ERCP) का नाम अब (Ram Jal Setu Project)राम जल सेतु लिंक परियोजना होगा। सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर उन्होंने इस फैसले की जानकारी दी और परियोजना के पोस्टर का भी विमोचन किया।
ERCP का दूसरी बार बदला गया नाम
इस परियोजना का नाम दूसरी बार बदला गया है। शुरुआत में इसे पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के नाम से जाना जाता था। भजनलाल सरकार बनने के बाद इसे पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना (PKC-ERCP) नाम दिया गया। अब, अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ के मौके पर इसका नाम बदलकर राम जल सेतु लिंक परियोजना रखा गया है।
प्रोजेक्ट के लोकार्पण और लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 दिसंबर 2024 को जयपुर में इस परियोजना का लोकार्पण किया था। इस मौके पर राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकारों के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए। इस परियोजना से 17 जिलों की 3 करोड़ से अधिक आबादी को पेयजल की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही 25 लाख किसानों को कृषि भूमि की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
आस्था का सम्मान: सीएम भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि इस परियोजना का नाम बदलकर राम जल सेतु लिंक परियोजना रखने का निर्णय लोगों की आस्था और भावनाओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है। यह फैसला ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
रामलला प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ का महत्व
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ को देशभर में भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर राजस्थान सरकार का यह कदम राम भक्तों और प्रदेशवासियों के लिए एक खास तोहफा माना जा रहा है।