Rajkumar rot On Rajtilak: मेवाड़ की गद्दी पर विश्वराज सिंह के राजतिलक के बाद एक के बाद एक विवाद सामने आ रहा है। (Rajkumar rot On Rajtilak) अब भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत ने पूर्व राजपरिवार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भील समुदाय की उपेक्षा के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर हुए हंगामे को भी शर्मसार करने वाला कृत्य बताया है।
विश्वराज सिंह के राजतिलक पर नया विवाद
राजस्थान में मेवाड़ की गद्दी पर पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह की ताजपोशी विवादों में घिरती दिख रही है। पहले विश्वराज सिंह के सिटी पैलेस जाने को लेकर विवाद सामने आया, यह विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत के बयान से एक नया विवाद छिड़ता दिख रहा है। सांसद राजकुमार रोत का कहना है कि राजतिलक कार्यक्रम में भील समुदाय की उपेक्षा की गई। इसके साथ ही सिटी पैलेस के बाहर जो घटनाक्रम हुआ वह भी निंदनीय है।
राजतिलक में भील समुदाय की उपेक्षा!
सांसद राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि उदयपुर में सत्ता और संपत्ति के लिए सड़क पर पत्थरबाजी कर गौरवशाली मेवाड़ के इतिहास को शर्मसार करने के साथ हल्दीघाटी के शहीदों को अपमानित करने का काम किया गया है। मेवाड़ को गौरवशाली बनाने में भील समुदाय का बहुत बड़ा योगदान रहा। उसकी गवाही खुद मेवाड़ का राजचिह्न देता है, हल्दी घाटी के युद्ध में सबसे ज्यादा भीलों का खून बहा।
मगर पूर्व राजपरिवार के कार्यक्रम में भील समुदाय की उपेक्षा की गई। सांसद राजकुमार रोत की इस सोशल मीडिया पोस्ट ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। कुछ लोगों का कहना है कि राजतिलक कार्यक्रम में हल्दीघाटी में भील समाज का नेतृत्व करने वाले भीलों को अभिन्न अंग मानने वाले राणा पूंजा सोलंकी के वंशज शामिल हुए। इस कार्यक्रम में किसी की उपेक्षा नहीं की गई। इसलिए राजनीतिक रोटियां ना सेकें। वहीं कई लोग लोकतंत्र में राजतिलक जैसी परंपरा के निर्वहन पर सवाल उठाते नजर आए