Jodhpur Crime News: जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत साइबर क्राइम के चार प्रमुख मामलों का खुलासा हुआ है। (Jodhpur Crime News)इन मामलों में कुल 7 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें 11 महिलाएं शामिल हैं।
फर्जी कॉल सेंटर से साढ़े 6 करोड़ की ठगी
डीसीपी राजर्षि राज ने बताया कि भगत की कोठी और कुड़ी भगतासनी पुलिस थानों ने फर्जी कॉल सेंटरों का पर्दाफाश किया, जो वाहन मालिकों से ब्रेकडाउन सर्विस देने के नाम पर ठगी कर रहे थे।
- इन कॉल सेंटरों में युवतियों को सिम कार्ड दिए जाते थे और वाहन मालिकों को कॉल कर 3-4 हजार रुपए के सर्विस कार्ड बेचने का झांसा दिया जाता था।
- वाहन चालकों द्वारा कार्ड खरीदने पर दिए गए नंबर काम नहीं करते थे।
- पुलिस ने इस मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर 10 क्रेडिट कार्ड, 37 एटीएम कार्ड, 52 सिम कार्ड और 35 मोबाइल बरामद किए।
फ्रेंड्स क्लब के नाम पर 42 लाख की ठगी
बासनी थाना क्षेत्र में एक 57 वर्षीय बुजुर्ग को फ्रेंड्स क्लब में सदस्यता दिलाने के नाम पर ठगा गया।
- आरोपी ने बुजुर्ग को महिलाओं से संपर्क करवाने का झांसा देकर सदस्यता शुल्क लिया।
- इसके बाद ब्लैकमेल कर 42 लाख रुपए वसूले।
- पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी अश्विनी ओझा को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले से गिरफ्तार किया। उसके पास से 1 लाख रुपए नकद भी बरामद किए गए।
यूएसडीटी के माध्यम से ठगी
एक अन्य मामले में सोशल मीडिया के जरिए अवैध यूएसडीटी लेनदेन कर ठगी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया गया है।
ऑपरेशन के अन्य पहलू
डीसीपी ने बताया कि ‘ऑपरेशन साइबर शील्ड’ के तहत अब तक 203 मोबाइल नंबर और 799 आईएमईआई नंबर को ब्लॉक कराया गया है। यह ऑपरेशन 31 जनवरी तक जारी रहेगा। पुलिस का दावा है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।