Rajasthan News: राजस्थान में कड़ाके की सर्दी के बावजूद डेंगू और मलेरिया के मामले सामने आ रहे हैं। जहां पहले यह बीमारियां मानसून सीजन में ही ज्यादा पाई जाती थीं, अब ये पूरे साल एक्टिव रहने लगी हैं। (Rajasthan News)हालांकि, राहत की बात यह है कि इन बीमारियों से गंभीर हालत में कोई मरीज सामने नहीं आया है। फिर भी, इनसे बचाव के लिए सतर्कता बरतना जरूरी है।
16 जिलों में डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़े
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ सहित 16 जिलों में डेंगू और मलेरिया से प्रभावित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, कुछ जिलों में चिकनगुनिया के केस भी सामने आए हैं। इस साल जनवरी में ही डेंगू के 24 और मलेरिया के 10 से ज्यादा केस रिपोर्ट हो चुके हैं।
जनवरी में डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामले
राजस्थान में सर्दी के मौसम के बावजूद, जनवरी की शुरुआत में डेंगू और मलेरिया के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। डॉक्टर्स का कहना है कि ये सभी मरीज सामान्य लक्षणों के साथ उपचार कर रहे हैं और कोई गंभीर स्थिति नहीं बनी है।
मलेरिया के मरीज इन जिलों से ज्यादा सामने आए
मलेरिया के मामले इस साल के पहले 13 दिनों में ज्यादा पाए गए हैं, विशेष रूप से उदयपुर, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर और सवाईमाधोपुर जिलों में। सभी मरीजों में सामान्य लक्षण पाए गए हैं और वे इलाज के बाद ठीक हो रहे हैं।
डेंगू और मलेरिया का पुराना ट्रेंड और अब का बदलाव
पहले डेंगू और मलेरिया के मामले मानसून सीजन के बाद ही बढ़ते थे, लेकिन अब यह बीमारियां पूरे साल सक्रिय हैं। पहले नवंबर-दिसंबर तक इनका प्रकोप रहता था, जबकि अब यह बीमारियां सर्दी में भी सक्रिय हैं।
डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण
डेंगू में तेज बुखार, सिर और आंखों के पास दर्द, जोड़ों में दर्द, उल्टी और नाक से खून आने की समस्या हो सकती है। वहीं, चिकनगुनिया में बुखार के साथ-साथ जोड़ों में तेज दर्द और त्वचा पर लाल दाने उभरने जैसे लक्षण होते हैं। इन लक्षणों के दिखने पर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।