Indian Railway: भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने छोटी और मध्यम दूरी की चेयर कार ट्रेनों में यात्रियों को तेज, सुरक्षित और विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव देने के बाद अब लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए भी ऐसी सुविधाएं लाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए रेलवे लगातार परीक्षण कर रहा है।
180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार का सफल परीक्षण
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने शुक्रवार को वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेन का वीडियो जारी किया। वीडियो में दिखाया गया कि ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ने के बावजूद, मोबाइल के पास रखे पानी के गिलास से एक बूंद भी नहीं गिरी।
राजस्थान में हाई-स्पीड ट्रायल
राजस्थान के 40 किलोमीटर लंबे रूट पर पिछले तीन दिनों से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के कई परीक्षण किए गए। शुक्रवार को ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति हासिल की। ये परीक्षण जनवरी के अंत तक जारी रहेंगे। इसके बाद यह ट्रेन देशभर में यात्रियों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
रेल मंत्री का वीडियो जारी
रेल मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए जानकारी दी कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘एक्स’ पर वीडियो साझा किया है। वीडियो में ट्रेन के अंदर सीट पर रखे पानी के गिलास से पानी नहीं गिरा, जिससे ट्रेन की स्थिरता और आरामदायक यात्रा का अंदाजा लगाया जा सकता है।
तीन दिन के सफल परीक्षण
दो जनवरी को राजस्थान के बूंदी जिले में कोटा और लाबान के बीच 30 किलोमीटर लंबी यात्रा के दौरान ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति हासिल की। यह परीक्षण रोहलखुर्द से कोटा तक और अन्य रूटों पर भी सफल रहा।
परीक्षण जनवरी के अंत तक जारी रहेंगे
रेल मंत्रालय के अनुसार, परीक्षण पूरे होने के बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त अधिकतम गति पर ट्रेन की क्षमता का मूल्यांकन करेंगे। इसके बाद ही इसे आम यात्रियों के लिए चलाने की मंजूरी दी जाएगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का विमान जैसा डिजाइन
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का डिजाइन विमान जैसा रखा गया है। यह स्वचालित दरवाजों, आरामदायक बर्थ और वाई-फाई जैसी सुविधाओं से लैस होगी। इन सफल परीक्षणों के बाद यात्री कश्मीर से कन्याकुमारी, दिल्ली से मुंबई और हावड़ा से चेन्नई जैसे लंबी दूरी के रूटों पर विश्वस्तरीय यात्रा का आनंद ले सकेंगे