Donald Trump: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया विधेयक पेश किया है, जिसे उन्होंने ‘वन बिग, ब्यूटीफुल बिल एक्ट’ नाम दिया है। यह प्रस्ताव अमेरिका के टैक्स सिस्टम को स्थायी रूप से बदलने, सीमा सुरक्षा को मजबूत करने और कई आर्थिक मोर्चों पर (Donald Trump)नई नीतियों को लागू करने का दावा करता है।
क्या है इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य?
यह बिल 2017 में लागू हुए ट्रंप के टैक्स कट्स को स्थायी बनाने का प्रयास करता है। इसमें सीमा सुरक्षा, सरकारी खर्च और टैक्स संरचना जैसे व्यापक मुद्दों को शामिल किया गया है। अमेरिका ही नहीं, दुनियाभर में इस विधेयक की चर्चा हो रही है।
रेमिटेंस टैक्स पर बवाल
सबसे अधिक विवाद उस प्रस्ताव को लेकर है जिसमें अमेरिका में रह रहे अप्रवासी नागरिकों द्वारा अपने देश में भेजे जाने वाले पैसे (रेमिटेंस) पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाने की बात कही गई है। यह कदम लाखों प्रवासी परिवारों को प्रभावित कर सकता है।
रिन्यूवेबल एनर्जी को झटका
बिल में रिन्यूवेबल एनर्जी पर दी जा रही सब्सिडी को समाप्त करने का प्रस्ताव भी शामिल है, जिससे सोलर और विंड एनर्जी कंपनियों पर सीधा असर पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप 8.30 लाख नौकरियों के समाप्त होने का अनुमान लगाया गया है।
बाइडेन की नीतियों को उलटना
ट्रंप का यह बिल बाइडेन प्रशासन की उन नीतियों को समाप्त करने की कोशिश करता है जो 2032 तक इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई थीं। प्रस्तावित बिल तेल, गैस और कोयला कंपनियों के लिए रॉयल्टी दरों में कटौती का भी प्रावधान करता है।
द गार्जियन की चेतावनी: ‘आपकी सोच से भी बदतर’
‘द गार्जियन’ की रिपोर्ट के अनुसार, इस विधेयक से अमेरिका में ऊर्जा बिल बढ़ेंगे, प्रदूषण में भारी इजाफा होगा और जलवायु परिवर्तन पर रोक के सभी प्रयास कमजोर पड़ जाएंगे। यह आर्थिक और पर्यावरणीय स्थिरता पर बड़ा खतरा है।
जीडीपी और परिवारों की जेब पर असर
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में अनुमान है कि इस विधेयक से अगले 10 वर्षों में अमेरिका की GDP में 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की गिरावट आ सकती है। साथ ही, 2035 तक औसत अमेरिकी परिवार को 230 डॉलर अतिरिक्त ऊर्जा बिल देना पड़ सकता है।
जहां ट्रंप समर्थक इसे आर्थिक सुधार और सीमाओं की रक्षा के रूप में देख रहे हैं, वहीं विशेषज्ञ और पर्यावरणविद इसे एक विनाशकारी कदम मान रहे हैं। यह विधेयक न केवल अमेरिका की अर्थव्यवस्था बल्कि इसके पर्यावरणीय भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है।