Rajasthan Politics: राजस्थान की जनलाल सरकार ने हाल ही में प्रदेश में बने नए जिलों और संभागों को रद्द करने का निर्णय लिया है। इसके तहत 9 जिलों और 3 संभागों को समाप्त कर दिया गया है। (Rajasthan Politics)इस फैसले से प्रभावित क्षेत्रों में जनता और राजनीतिक संगठनों में आक्रोश व्याप्त है।
अनूपगढ़ जिला निरस्त होने पर नाराजगी
अनूपगढ़ जिले को निरस्त करने के बाद स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। भाजपा के नगरमंडल अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफा देने वाले पदाधिकारी:
- मुकेश शर्मा – नगरमंडल अध्यक्ष
- राजेश शास्त्री – नगरमंडल उपाध्यक्ष
- अनीश जिंदल – कोषाध्यक्ष
- विनय चराया – भाजपा महामंत्री
- पवन तिवाड़ी – किसान मोर्चा अध्यक्ष
इन नेताओं ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को अपने इस्तीफे सौंपे और अनूपगढ़ के साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।
कैबिनेट का बड़ा फैसला
कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री जोगाराम पटेल ने जानकारी दी कि राजस्थान में अब केवल 41 जिले रहेंगे। गहलोत सरकार के दौरान बनाए गए 17 नए जिलों में से 9 को रद्द कर दिया गया है।
रद्द किए गए जिले:
- दूदू
- केकड़ी
- शाहपुरा
- नीमकाथाना
- अनूपगढ़
- गंगापुरसिटी
- जयपुर ग्रामीण
- जोधपुर ग्रामीण
- सांचौर
यथावत जिले:
- बालोतरा
- कोटपूतली-बहरोड़
- खैरथल-तिजारा
- सलूम्बर
संभागों पर भी चला सरकार का फैसला
जनलाल सरकार ने 3 नए संभागों को भी रद्द कर दिया है। ये संभाग सीकर, पाली और बांसवाड़ा थे। अब राजस्थान में केवल 7 संभाग रहेंगे।
राजस्थान का नया प्रशासनिक ढांचा
1956 में गठित राजस्थान राज्य में लंबे समय तक 26 जिले थे। बाद में 7 नए जिले बने। गहलोत सरकार ने अंतिम समय में 17 नए जिले और 3 नए संभाग बनाए थे।
अब भजनलाल सरकार के फैसले के बाद:
- कुल जिले: 41
- कुल संभाग: 7
जनता में हलचल
सरकार के इस फैसले के बाद पूरे प्रदेश में जनता और राजनीतिक संगठनों में हलचल मच गई है। इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय करने के लिए विभिन्न संगठनों की बैठकें हो रही हैं।