राजस्थान की सामाजिक सुरक्षा योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा, जवानों ने बुजुर्ग बनकर लूटी सरकारी पेंशन!

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Rajasthan News : राजस्थान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। जनआधार के जरिए भौतिक सत्यापन के दौरान सामने आया कि 99,677 युवाओं ने खुद को बुजुर्ग बताकर पेंशन प्राप्त की। वहीं 1.75 लाख से ज्यादा मृत लोग अब तक(Rajasthan News ) पेंशन ले रहे थे।

सरकारी ऑडिट में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े

  • 1,75,076 मामलों में मृत्यु के बाद भी पेंशन जारी रही।
  • 99,677 अल्पवयस्क या जवानों ने खुद को बुजुर्ग बताकर पेंशन ली।
  • 78,947 ने अन्य राज्यों में रहते हुए पेंशन प्राप्त की।
  • 42,810 ने फर्जी जानकारी देकर लाभ लिया।
  • 22,159 मामलों में परिवार के सदस्य सरकारी सेवा में कार्यरत थे।
  • 1,061 व्यक्ति स्वयं सरकारी कर्मचारी हैं।
  • 415 लोगों ने दोहरी पेंशन ली – एक सरकारी और एक सामाजिक।
  • 17,720 डुप्लिकेट मामले पाए गए।
  • 13,326 आयकरदाता भी पेंशन योजना का लाभ ले रहे थे।
  • 6,531 के करीबी रिश्तेदार सरकारी नौकरी में हैं।
  • 1,410 विधवाएं पुनर्विवाह के बावजूद पेंशन ले रही थीं।

योजना का उद्देश्य और पात्रता

सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर, दिव्यांग, विधवा और वृद्ध नागरिकों को सहायता प्रदान करना है। पात्रता की मुख्य शर्तें:

  • राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
  • वार्षिक आय 48,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • महिलाओं की उम्र 55 वर्ष और पुरुषों की उम्र 58 वर्ष से अधिक हो।
  • या 40% से अधिक विकलांगता हो।

वर्तमान में योजना के तहत ₹1250 प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है।

गहलोत सरकार के समय भी हुआ था खुलासा

पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में भी 1.75 लाख मृतकों को पेंशन मिलने की बात सामने आई थी। तब भी जनाधार सत्यापन के आधार पर जांच की गई थी। अब एक बार फिर भजनलाल सरकार के शासन में नए फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।

मंत्री का बयान: कांग्रेस शासनकाल की देन

सामाजिक न्याय मंत्री अविनाश गहलोत ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने ऐसे मामलों को गंभीरता से नहीं लिया। अब विभाग निगरानी और FIR की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। दोषियों से रिकवरी की जाएगी।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया: खुद स्वीकार किया था फर्जीवाड़ा

पूर्व मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि उनके कार्यकाल में भी कुछ फर्जीवाड़े सामने आए थे, लेकिन उन्होंने सख्त कार्रवाई कर लोगों को ब्लॉक कराया और परमिशन सिस्टम लागू किया।

डोटासरा का तंज: कहीं मंत्री ही न हों फर्जी

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कटाक्ष करते हुए कहा, “कहीं मंत्री ही फर्जी न हों। फोटो खिंचवाने के बजाय एक्शन लें।”

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