Aakash Anand: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद एक बार फिर से मुख्यधारा की राजनीति में लौट आए हैं। रविवार को पार्टी की उच्चस्तरीय बैठक में उन्हें मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक की अहम जिम्मेदारी दी गई। इस पद के तहत अब तीन अन्य राष्ट्रीय समन्वयक आकाश को रिपोर्ट करेंगे।
बसपा में फिलहाल तीन राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किए गए हैं—रामजी गौतम (राज्यसभा सांसद), रणधीर बेनीवाल, और राजाराम।(Aakash Anand) इनमें रामजी गौतम बिहार प्रदेश के प्रभारी भी हैं। अब आकाश आनंद इनसे ऊपर मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में काम करेंगे और पार्टी के प्रचार अभियान की कमान संभालेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, आगामी चुनाव में आकाश आनंद पार्टी के मुख्य रणनीतिकार के तौर पर काम करेंगे। वह चुनावी रैलियों में बसपा की नीतियों का प्रचार करेंगे और संगठन को नई ऊर्जा प्रदान करने में सहायक बनेंगे।
पहले क्यों हटाए गए थे आकाश आनंद?
एक समय अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते मायावती ने आकाश आनंद और उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से बाहर कर दिया था। लेकिन इसके लगभग एक महीने बाद नाटकीय मोड़ आया और आकाश की बसपा में वापसी की घोषणा हुई।
सोशल मीडिया पर मांगी थी माफी
13 अप्रैल को आकाश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक सार्वजनिक माफीनामा जारी किया था। उन्होंने अपनी गलतियों को स्वीकार किया और मायावती के नेतृत्व को पूरी तरह स्वीकार करने की बात कही। साथ ही यह वादा भी किया कि वह भविष्य में कोई राजनीतिक सलाह किसी रिश्तेदार या अन्य सलाहकार से नहीं लेंगे।
मायावती की प्रतिक्रिया और शर्तें
इसके जवाब में मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए आकाश को दूसरा मौका देने की बात कही। उन्होंने आकाश की माफी, वरिष्ठों को सम्मान देने का वादा, और उनके द्वारा आंदोलन के लिए जीवन समर्पित करने की घोषणा को स्वीकार किया। हालांकि, मायावती ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल किसी को उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया गया है।