ATS: उत्तर प्रदेश एंटी टेरर स्क्वॉड (ATS) ने मुरादाबाद से गिरफ्तार किए गए शहजाद नामक व्यक्ति के खिलाफ एक बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि शहजाद भारत में एक बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहा था।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक, शहजाद अकेला नहीं था। उसने रामपुर के कई युवाओं को पाकिस्तान भेजा, जहां उन्हें जासूसी और विध्वंसकारी गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया। यह वीजा पाकिस्तानी उच्चायोग के जरिए जारी हुए थे, जिनमें आईएसआई एजेंटों की सीधी भूमिका थी।
जांच में सामने आया कि शहजाद के संपर्क में पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात आईएसआई एजेंट दानिश था। दानिश का नाम पहले भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मेहरोत्रा केस में सामने आ चुका है।
तस्करी के जरिए हुआ संपर्क
शहजाद का आईएसआई से पहला संपर्क तस्करी के दौरान हुआ था। इसके बाद दोनों के बीच एन्क्रिप्टेड माध्यम जैसे व्हाट्सएप पर संवाद होता रहा। उसे भारत से संवेदनशील सूचनाएं भेजने के निर्देश मिलते थे, जिससे देश में आतंक फैलाया जा सके।
शहजाद ने युवाओं को कॉस्मेटिक, नकली ज्वेलरी और महिलाओं के कपड़ों की तस्करी में लगाकर वैध व्यवसाय का दिखावा किया। बाद में उन्हें मानसिक रूप से तैयार कर पाकिस्तान भेजा गया।
पाकिस्तान में मिली कट्टरपंथी ट्रेनिंग
एटीएस को शक है कि पाकिस्तान में इन युवाओं को कट्टरपंथी प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें भारत में सूचना व धन के लेन-देन के लिए इस्तेमाल किया गया। जांच इस बात की भी कर रही है कि पाकिस्तान से आया पैसा देश में अलगाववादी गतिविधियों में तो खर्च नहीं हुआ।
फिलहाल शहजाद न्यायिक हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है। उसके मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की फॉरेंसिक जांच चल रही है, ताकि नेटवर्क से जुड़े अन्य आईएसआई एजेंटों और पैसों के लेन-देन की जानकारी मिल सके।