जब पाकिस्तान ने चीन से ली आंखों की नजर, ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने दिखाई असली ताकत!

7
Operation Sindoor

Operation Sindoor: उप सेना प्रमुख (क्षमता विकास और संवर्धन) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने शुक्रवार को एक अहम बयान दिया। FICCI द्वारा आयोजित ‘न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीज’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान को चीन और(Operation Sindoor) तुर्की से पूरा समर्थन मिला।

चीन ने दिया पाकिस्तान को लाइव अपडेट

लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने बताया कि जब ऑपरेशन चल रहा था, तब चीन पाकिस्तान को सीधे लाइव अपडेट दे रहा था। उन्होंने कहा, “हमारी एक सीमा थी, लेकिन दुश्मन तीन थे – पाकिस्तान सामने था, चीन हरसंभव मदद कर रहा था। पाकिस्तान के 81% सैन्य उपकरण चीनी हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि चीन के लिए पाकिस्तान एक ‘लाइव लैब’ की तरह है, जहां वो अपने हथियारों का वास्तविक युद्ध स्थिति में परीक्षण कर सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि तुर्की ने भी पाकिस्तान की सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

डीजीएमओ स्तर की बातचीत के दौरान पाकिस्तान को मिली चीनी इंटेल

सेना प्रमुख के अनुसार, जब DGMO स्तर की बातचीत हो रही थी, उस दौरान भी पाकिस्तान के पास हमारे संवेदनशील क्षेत्रों की जानकारी चीन से आ रही थी। यह संकेत करता है कि चीन-पाक गठजोड़ कितना मजबूत और खतरनाक हो चुका है।

वायु रक्षा प्रणाली को और मजबूत करने की आवश्यकता

लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कि भविष्य में ऐसे किसी भी संघर्ष से निपटने के लिए भारत को सशक्त वायु रक्षा प्रणाली की जरूरत है। उन्होंने कहा, “इस बार आबादी वाले क्षेत्रों पर हमला नहीं हुआ, लेकिन अगली बार हम तैयार रहना चाहिए।”

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से मिले अहम सबक

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से सेना को कई रणनीतिक और तकनीकी सीख मिली हैं। उन्होंने कहा, “नेतृत्व की ओर से स्पष्ट संदेश था कि हम पिछली तरह की पीड़ा अब सहन नहीं करेंगे। हमने कुल 21 लक्ष्यों की पहचान की, जिनमें से 9 को अंतिम समय में उलझाया गया।”

तीनों सेनाओं का संयुक्त दृष्टिकोण रहा निर्णायक

उन्होंने कहा कि यह पूरा ऑपरेशन त्रि-सेना दृष्टिकोण पर आधारित था, जिससे यह संदेश गया कि भारत की सशस्त्र सेनाएं अब पूर्ण रूप से एकीकृत हैं।

“हमें हमेशा वृद्धि की सीढ़ी के शीर्ष पर रहना चाहिए। युद्ध शुरू करना आसान है, लेकिन उसे नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण होता है,” उप सेना प्रमुख ने कहा।

रणनीति, इंटेल और संयम का उदाहरण

अंत में उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर इस बात का उदाहरण है कि कैसे रणनीतिक संयम, सटीक इंटेलिजेंस और तकनीक के मेल से एक सैन्य उद्देश्य को पूर्ण किया जा सकता है और समय पर संघर्ष को नियंत्रित भी किया जा सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here