Vishvendra Singh family dispute: भरतपुर। पूर्व मंत्री एवं भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह और उनके बेटे अनिरुद्ध सिंह एवं पत्नी दिव्या सिंह के बीच चल रहे पारिवारिक विवाद में ।Vishvendra Singh family dispute) न्यायालय जिला कलेक्टर ने अहम फैसला सुनाया। कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए अनिरुद्ध सिंह को पिता विश्वेंद्र सिंह की देखभाल करने और उनके साथ मृदु व्यवहार बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
भरण-पोषण प्रार्थना पत्र का मामला:
पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के अधिवक्ता महावीर प्रसाद के अनुसार, विश्वेंद्र सिंह ने अपने बेटे अनिरुद्ध सिंह और पत्नी दिव्या सिंह के खिलाफ भरण-पोषण का प्रार्थना पत्र उपखंड अधिकारी के समक्ष पेश किया था। इस मामले की सुनवाई जिला कलेक्टर के न्यायालय में हुई, जिसमें पूर्व में एसडीएम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को बरकरार रखते हुए अनिरुद्ध सिंह को अपने पिता की स्वास्थ्य जांच एवं देखभाल करने का निर्देश दिया गया।
दान पत्र और पारिवारिक संपत्तियों का विवाद:
न्यायालय ने इसके साथ ही दान पत्र को निरस्त करने और पारिवारिक संपत्तियों से जुड़े विवादों के निस्तारण के लिए संबंधित पक्षों को सक्षम न्यायालय में वाद प्रस्तुत करने के निर्देश भी यथावत रखे हैं।
पूर्व राजपरिवार का पारिवारिक विवाद:
भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य एवं पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह का अपनी पत्नी और बेटे से पारिवारिक विवाद काफी समय से चला आ रहा है। विश्वेंद्र सिंह ने एसडीएम कोर्ट में वरिष्ठ नागरिक के रूप में प्रार्थना पत्र दायर किया था, जिसमें उन्होंने पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध सिंह पर मारपीट, खाना न देने, और घर छोड़ने को मजबूर करने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे।
इसके अलावा, पूर्व मंत्री ने अपनी पत्नी और बेटे पर लॉकर से 10 किलो सोना और करोड़ों के जेवरात चोरी करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर भी दर्ज कराई थी। यह पारिवारिक विवाद लंबे समय से सुर्खियों में बना हुआ है, और अब न्यायालय के आदेश के बाद परिवार में कुछ समाधान की दिशा में बढ़ने की संभावना है।