टिकट नहीं मिला तो बागी बिगाड़ सकते….कांग्रेस की गणित, डैमेज कंट्रोल के लिए यह है पार्टी की योजना!

0
Bye Election Rajasthan

Bye Election Rajasthan: राजस्थान की सात सीटों पर होने वाले उपचुनावों (Bye Election Rajasthan)से पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को आंतरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा ने जैसे ही छह सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, उसे भीतर से बगावत का सामना करना पड़ा।

वहीं, कांग्रेस अभी अपने प्रत्याशियों के नाम तय नहीं कर पाई है, लेकिन पार्टी को आशंका है कि टिकट वितरण के बाद कई असंतुष्ट दावेदार विद्रोह का झंडा बुलंद कर सकते हैं। झुंझुनूं में मुस्लिम न्याय मंच अल्पसंख्यक वर्ग से प्रत्याशी की मांग पर अड़ा हुआ है, जबकि अन्य सीटों पर भी विभिन्न दावेदार अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुटे हैं। कांग्रेस के लिए इन उपचुनावों में बगावती सुरों को शांत करना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, और पार्टी हरसंभव डैमेज कंट्रोल की कोशिशों में जुटी है।

देवली-उनियारा से नरेश मीना का शक्ति प्रदर्शन

राजस्थान विश्वविद्यालय के महासचिव रहे नरेश मीना ने पिछली विधानसभा चुनावों में छबड़ा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकी थी। अब वे देवली-उनियारा से कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं। सोमवार को पीसीसी वॉर रूम के बाहर उनके समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी और शक्ति प्रदर्शन करते हुए टिकट की दावेदारी पेश की। नरेश मीना का कहना है कि उन्होंने प्रदेश के नेताओं और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को अपनी जीत की रणनीति से अवगत करा दिया है। उनका दावा है कि उन्हें प्रदेश नेतृत्व से टिकट का भरोसा मिला है।

खींवसर से दुर्गसिंह चौहान भी मैदान में

खींवसर से दुर्गसिंह चौहान ने भी अपनी दावेदारी को लेकर पार्टी के सामने मोर्चा खोला है। उन्होंने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में खींवसर की जनता ने पार्टी को जवाब दिया था, जब कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई थी। बसपा से दो बार चुनाव लड़ चुके दुर्गसिंह ने हनुमान बेनीवाल को कड़ी टक्कर दी थी और अब वे खींवसर से टिकट की मांग कर रहे हैं। उनका दावा है कि खींवसर की जनता उनके साथ है और वे जनता की आवाज पार्टी नेतृत्व तक पहुंचा रहे हैं।

कांग्रेस किसी कार्यकर्ता को निराश नहीं करेगी: सुखजिंदर सिंह रंधावा

प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बताया कि नरेश मीना सहित अन्य कार्यकर्ताओं की मांगों को ध्यान से सुना गया है। उन्होंने कहा कि हर कार्यकर्ता को उम्मीद होती है कि पार्टी उनके काम का सही मूल्यांकन करेगी। रंधावा ने उदाहरण देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में उदय भानु चिब को विधानसभा टिकट नहीं मिला, लेकिन उनकी क्षमता को देखते हुए उन्हें यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि कांग्रेस कभी भी अपने किसी कार्यकर्ता को निराश नहीं करती।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here