Rajasthan by-election:राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनावों( Rajasthan by-election ) में बीजेपी की हार की संभावना को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने जोरदार बयान दिए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी को इन उपचुनावों में एक भी सीट नहीं मिलेगी, क्योंकि जनता ने उन्हें हराने का मन बना लिया है। उनका आरोप है कि राज्य सरकार के मंत्री केवल बातें कर रहे हैं और वास्तविक कार्य करने में विफल रहे हैं।
मंत्री केवल बातें कर रहे हैं
टीकाराम जूली ने कहा, “यदि बीजेपी को हिम्मत है, तो उसे अपने 10 महीने के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए। इस दौरान कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं किया गया है। जनता अब समझ चुकी है कि यह सरकार केवल खोखली घोषणाएं कर रही है।” उन्होंने कहा कि जनता ने अपना मत तय कर लिया है और अब वह बदलाव चाहती है।
शिलान्यास कार्यक्रम पर सवाल
उपचुनावों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ईआरसीपी (ईस्टर्न राजस्थान क्लाइमेट प्रोजेक्ट) के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर जूली ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह नैतिक रूप से गलत है और आचार संहिता का उल्लंघन है। पीएम मोदी को 13 नवंबर के बाद इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करना चाहिए।” जूली ने यह भी कहा कि यदि यह शिलान्यास चुनावी माहौल में होता है, तो इससे मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश होगी।
चुनाव आयोग से हस्तक्षेप की मांग
जूली ने स्पष्ट किया कि 27 अक्टूबर को दादिया गांव में होने वाली जनसभा और शिलान्यास कार्यक्रम का उद्देश्य उपचुनाव में राजनीतिक लाभ उठाना है। “हम चुनाव आयोग को इस मुद्दे से अवगत कराएंगे और हस्तक्षेप की मांग करेंगे। अगर प्रधानमंत्री कार्यालय इस शिलान्यास की अनुमति देता है, तो यह प्रधानमंत्री की गरिमा पर सवाल खड़ा करेगा,” उन्होंने कहा।
जनता का मूड बीजेपी के खिलाफ
राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से मिल रही प्रतिक्रियाओं को देखते हुए, जूली ने कहा, “प्रदेश की जनता बीजेपी को हराने का मन बना चुकी है। सात सीटों में से बीजेपी एक भी सीट पर जीत नहीं रही है। यह स्पष्ट है कि सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। पीकेसी-ईआरसीपी जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को भी बीजेपी राजनीतिक नजरिए से देख रही है, जो पूरी तरह से अनैतिक है।”