Kota News: राजस्थान का कोटा, जो देश के कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध है, एक बार फिर कोचिंग छात्रों की आत्महत्याओं को लेकर चर्चा में है। शुक्रवार देर रात, (Kota News)जवाहर नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले छात्र मनन जैन ने आत्महत्या कर ली। यह घटना 2025 में कोटा में सुसाइड का चौथा मामला है।
इस साल के पहले महीने में चार सुसाइड
इससे पहले 7, 8 और 16 जनवरी को तीन अन्य कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या की थी। 16 जनवरी को ओडिशा के रहने वाले अभिजीत गिरि (18) ने विज्ञान नगर थाना क्षेत्र के अपने हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी। वह अप्रैल 2024 से कोटा में रहकर जेईई मेन की तैयारी कर रहा था।
परिजनों की मांग: सभी सुसाइड की हो जांच
अभिजीत के भाई दीपेंद्र, जो उड़ीसा से कोटा पहुंचे, ने कहा कि अभिजीत पढ़ाई में होनहार था और अपनी मर्जी से कोटा पढ़ने आया था। उन्होंने कोटा में हो रहे सुसाइड मामलों की गहन जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि आखिर कोटा के छात्र इस तरह के कदम क्यों उठा रहे हैं।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
विज्ञान नगर पुलिस थाने की एसआई अंजलि ने बताया कि मृतक अभिजीत गिरि पीजी में रह रहा था, जहां उसने फांसी लगाकर जान दी। पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
एंटी-हैंगिंग डिवाइस की कमी
एसआई ने बताया कि अभिजीत के कमरे के पंखे में एंटी-हैंगिंग डिवाइस नहीं लगा हुआ था। प्रशासन ने इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के साथ मिलकर उस पीजी के 17 कमरों को सीज कर दिया है।
प्रशासन और सरकार पर सवाल
छात्रों के बढ़ते सुसाइड के बावजूद प्रशासन और सरकार इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने में विफल नजर आ रही है। अब यह जरूरी हो गया है कि कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स की मानसिक स्थिति पर गहन ध्यान दिया जाए और उनके लिए बेहतर सपोर्ट सिस्टम तैयार किया जाए।