Pahalgam Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए खौफनाक आतंकी हमले की जांच में लगातार चौंकाने वाली जानकारियाँ सामने आ रही हैं। अब ताजा खुलासा यह हुआ है कि इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) जैसी मिलिट्री ट्रेनिंग दी गई थी।(Pahalgam Attack) यह जानकारी जम्मू-कश्मीर की जेलों में बंद लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों से हुई पूछताछ में सामने आई है।
आतंकियों को मिली थी हाई-लेवल कमांडो ट्रेनिंग
सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तान में SSG कमांडोज जैसी उच्च स्तरीय सैन्य ट्रेनिंग दी गई थी। यह ट्रेनिंग आतंकियों को आतंक फैलाने और भारतीय सुरक्षा बलों पर ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुँचाने के मकसद से दी गई थी।
घाटी में सक्रिय हैं विदेशी आतंकी कमांडर
कश्मीर घाटी में 15-20 कमांडर सक्रिय हैं, जो विदेशी आतंकियों के छोटे ग्रुप्स को लीड कर रहे हैं। इनका मकसद घाटी में डर और अशांति फैलाना और भारतीय सेना को निशाना बनाना है।
गगनगीर, बूटा पथरी और अब पहलगाम – इन तीनों बड़े हमलों में SSG कमांडोज की भूमिका सामने आ चुकी है।
NIA की जांच में ISI की साजिश का पर्दाफाश
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की शुरुआती जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पहलगाम हमला लश्कर-ए-तैयबा, ISI और पाकिस्तानी सेना की मिलीभगत से अंजाम दिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक:
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आतंकियों ने बेताब घाटी में पहले से ही हथियार छिपा रखे थे।
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वे लगातार पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर्स से संपर्क में थे।
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ISI के इशारे पर लश्कर के हेडक्वार्टर में हमले की साजिश रची गई।
POK से मिली आतंकियों को कमान
NIA की रिपोर्ट में पाक अधिकृत कश्मीर (POK) का भी जिक्र है, जहां से आतंकियों को निर्देश दिए जा रहे थे। रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी, जिसमें पाकिस्तानी सेना, ISI और लश्कर की भूमिका के ठोस सबूत शामिल हैं।
पहलगाम हमला: 26 निर्दोषों की निर्मम हत्या
22 अप्रैल को हुए इस क्रूर हमले में 26 बेगुनाह पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी, जिनमें से एक को छोड़ सभी हिंदू समुदाय से थे। इस जघन्य कृत्य ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
अब जांच एजेंसियों का ध्यान उन 20 आतंकियों पर केंद्रित है, जिन्हें SSG जैसी ट्रेनिंग दी गई थी और जो घाटी में छिपे हुए हैं।