Rising Rajasthan Summit :राजधानी जयपुर में आयोजित राइजिंग राजस्थान समिट 2024 के दूसरे दिन एग्रीकल्चर सेशन में एक यादगार और दिलचस्प पल देखने को मिला। (Rising Rajasthan Summit )इस सेशन में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने एक साथ मंच साझा किया। मंच पर हुए एक मजेदार वाकये ने वहां मौजूद सभी लोगों को खूब गुदगुदाया।
एग्रीकल्चर सेशन में दिखा मजेदार नजारा
राइजिंग राजस्थान समिट 2024 के एग्रीकल्चर सेशन में एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला। मंच पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, और राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा मौजूद थे। इस दौरान सीएम भजनलाल ने मजाकिया अंदाज में एक टिप्पणी की, जिसने सबको गुदगुदा दिया।
सीएम शर्मा ने किया ‘मामा’ और ‘बाबा’ का जिक्र
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनके प्रदेश में ‘मामा’ के नाम से जाना जाता है, जबकि राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को ‘बाबा’ कहा जाता है। सीएम भजनलाल शर्मा ने शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा करते हुए कहा, “हमारे बीच भारत सरकार के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद हैं। एमपी में किसानों के लिए उनके बेहतरीन काम की वजह से उन्हें मामा के नाम से जाना जाता है।” इसके बाद उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “हमारे यहां बाबा भी हैं, हमारे कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा जी। आज मंच पर एक तरफ मामा और एक तरफ बाबा हैं।”
ठहाकों से गूंज उठा माहौल
सीएम शर्मा के इस मजेदार बयान पर मंच पर मौजूद सभी अधिकारी, नेता और दर्शक ठहाके लगाते नजर आए। खुद किरोड़ी लाल मीणा और शिवराज सिंह चौहान भी मुस्कुराए बिना नहीं रह सके। यह हल्का-फुल्का क्षण समिट के गंभीर माहौल में ताजगी का अहसास लेकर आया।
किरोड़ी लाल मीणा की मौजूदगी पर चर्चा
पिछले कुछ समय से किरोड़ी लाल मीणा अपनी ही सरकार पर तीखे सवाल उठाते रहे थे, लेकिन समिट में उनकी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के ठीक बगल में मौजूदगी ने राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं को जन्म दिया। सीएम भजनलाल, शिवराज सिंह चौहान, और किरोड़ी लाल मीणा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
प्रधानमंत्री ने किया समिट का उद्घाटन
गौरतलब है कि 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तीन दिवसीय समिट का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इसे राजस्थान की तकदीर बदलने वाला आयोजन बताया। समिट में 5000 से अधिक निवेशकों और व्यापार जगत के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सरकार ने इसे राजस्थान में निवेश लाने और रोजगार सृजन की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।