Govind Singh Dotasra: महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा को लेकर राज्य की राजनीति गरमा गई है। गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी शिक्षा(Govind Singh Dotasra) देने के उद्देश्य से शुरू किए गए इन स्कूलों पर विवाद ने सरकार और विपक्ष के बीच बहस को जन्म दिया है।
गोविंद सिंह डोटासरा का सरकार पर तीखा हमला
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए पूछा कि इन स्कूलों की समीक्षा के लिए एक साल तक इंतजार क्यों किया गया। उन्होंने इसे शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ बताते हुए सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए।
17,192 पद खाली, सरकार पर निष्क्रियता के आरोप
डोटासरा ने दावा किया कि राज्य में 17,192 पद खाली पड़े हैं, जिनमें 13,552 शिक्षक और 6,640 अन्य स्टाफ शामिल हैं। कांग्रेस सरकार ने 45,000 पदों पर भर्तियां की थीं, लेकिन मौजूदा सरकार ने इन रिक्तियों को भरने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।
आरएसएस विचारधारा के शिक्षक नियुक्त करने का आरोप
डोटासरा ने आरोप लगाया कि सरकार महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा वाले शिक्षक नियुक्त करने की योजना बना रही है। उन्होंने इसे शिक्षा प्रणाली के राजनीतिकरण का प्रयास बताया।
उपमुख्यमंत्री पर तंज
डोटासरा ने उपमुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र दूदू को लेकर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि इस समीक्षा कमेटी के कारण उपमुख्यमंत्री को अपनी भूमिका से फिर पीछे हटना पड़ सकता है।
नई शिक्षा नीति और इंग्लिश मीडियम स्कूलों का महत्व
डोटासरा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षा में बड़े सुधार किए। उन्होंने कहा कि इंग्लिश मीडियम स्कूलों को लेकर छात्रों और अभिभावकों में बड़ा उत्साह था, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे सही ढंग से लागू नहीं किया।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का पलटवार
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इंग्लिश मीडियम स्कूलों के नाम पर जनता को गुमराह किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इन स्कूलों के लिए पर्याप्त बजट आवंटित नहीं किया और अंग्रेजी शिक्षकों की भर्ती भी नहीं की।
कांग्रेस पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप
दिलावर ने कहा कि कांग्रेस ने सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में बदलने के नाम पर उन्हें बंद करने की साजिश रची। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार इन स्कूलों को बचाने और सुधारने के लिए प्रयासरत है।
राजनीतिक विवाद का असर
महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों को लेकर उठा यह विवाद राज्य की शिक्षा व्यवस्था और राजनीति के केंद्र में आ गया है। जहां कांग्रेस सरकार पर शिक्षा में लापरवाही का आरोप लगा रही है, वहीं सरकार कांग्रेस की पिछली नीतियों की खामियां गिना रही है।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और इसका शिक्षा व्यवस्था पर क्या