Govind Ram Meghwal: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर कई नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार में पूर्व मंत्री और बीकानेर के कांग्रेस नेता गोविंद राम मेघवाल का एक बयान विवादों में घिर गया है। (Govind Ram Meghwal)उन्होंने कुंभ स्नान की परंपरा पर तंज कसते हुए तीखी टिप्पणी की, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है।
कुंभ स्नान पर तंज: “नदी में नहाने से धुलते हैं पाप?”
मेघवाल ने राजस्थान के घड़साना में किसानों के धरने को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने दुनिया में भारत पहला देश देखा है, जहां नदी में नहाने से पाप धुल जाते हैं।” उन्होंने यूपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कुंभ की तैयारियों का दावा कर रहे हैं, लेकिन वहां भगदड़ मचती है, श्रद्धालु मारे जाते हैं और प्रधानमंत्री भीड़ के बीच स्नान करने पहुंच जाते हैं।
कैदियों को कुंभ स्नान करवाने की सलाह
सरकार पर कटाक्ष करते हुए मेघवाल ने कहा, “अगर नदी में स्नान करने से पाप धुलते हैं, तो जेलों में बंद सभी कैदियों को कुंभ स्नान करवाकर उन्हें रिहा कर देना चाहिए।” उनकी इस टिप्पणी को न केवल धार्मिक आस्थाओं पर हमला माना जा रहा है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी इस बयान की कड़ी आलोचना हो रही है।
राजस्थान की भजनलाल सरकार पर भी हमला
गोविंद राम मेघवाल ने इस मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान की भजनलाल सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जब सरकार के सारे मंत्री कुंभ में डुबकी लगा रहे हैं, तब किसान पानी के लिए संघर्ष कर रहा है।” इस बयान के जरिए उन्होंने सरकार पर जनता की असली समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया।
कांग्रेस के लिए नया सिरदर्द?
यह पहली बार नहीं है जब किसी कांग्रेस नेता ने धार्मिक मुद्दों पर विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी हिंदू परंपराओं पर की गई टिप्पणियां पार्टी के लिए भारी पड़ी हैं। ऐसे में पूर्व आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल का यह बयान कांग्रेस और खुद उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है।