DGCA report 2025: नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने हाल ही में दिल्ली और मुंबई सहित देश के कई बड़े हवाई अड्डों पर व्यापक सुरक्षा जांच की। इस निगरानी में विमानों की स्थिति, रखरखाव और सुरक्षा प्रक्रियाओं में कई खामियों का खुलासा हुआ, (DGCA report 2025DGCA report 2025)जिससे पता चलता है कि निगरानी और सुधारात्मक कार्रवाई में अभी भी कमी बनी हुई है।
सुरक्षित उड़ान के लिए व्यापक निगरानी अभियान
DGCA की दो विशेष टीमों ने संयुक्त महानिदेशक के नेतृत्व में रात और सुबह के समय देशभर के एयरपोर्ट्स पर सघन निरीक्षण किया। इन टीमों ने उड़ान संचालन, ATC, CNS प्रणाली, रैंप सुरक्षा और चिकित्सा मूल्यांकन जैसे कई अहम पहलुओं की गहन जांच की।
जांच में सामने आई कई तकनीकी और प्रक्रियागत कमियां
निरीक्षण के दौरान जो खामियां सामने आईं, वे विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा करती हैं:
- ग्राउंड हैंडलिंग उपकरण जैसे बैगेज ट्रॉली, बीएफएल अनुपयोगी अवस्था में पाए गए।
- लाइन रखरखाव स्टोर में उपकरण नियंत्रण प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया।
- कार्य आदेश का पूरी तरह पालन नहीं किया गया और एएमई (AME) की भूमिका अस्पष्ट रही।
- थ्रस्ट रिवर्सर सिस्टम और फ्लैप स्लैट लीवर लॉक नहीं किए गए।
- एएमएम दिशानिर्देशों के अनुसार सुरक्षा सावधानियां नहीं बरती गईं।
- कई विमानों में तकनीकी लॉगबुक में दोष रिपोर्ट दर्ज नहीं थी।
- लाइफ जैकेट सीटों के नीचे सुरक्षित तरीके से नहीं रखे गए थे।
- विंगलेट के निचले ब्लेड पर जंगरोधी टेप क्षतिग्रस्त मिला।
DGCA का संदेश: सुरक्षा के लिए कोई समझौता नहीं
DGCA ने कहा कि यह निगरानी अभियान भविष्य में और सख्ती से जारी रहेगा। विमानन क्षेत्र में हर संभावित खतरे को समय रहते पहचानकर, सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। DGCA ने दोहराया कि भारत में यात्रियों की सुरक्षित हवाई यात्रा सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।