Air India Plane Crash:अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (AAIB) की जांच अभी भी जारी है। हादसे में लगभग 270 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें यात्री, चालक दल और ज़मीन पर मौजूद लोग शामिल थे।(Air India Plane Crash) सरकार ने स्पष्ट किया है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के ब्लैक बॉक्स को कहां डिकोड किया जाएगा, इसका निर्णय AAIB द्वारा किया जाएगा।
12 जून को हुआ था हादसा, ड्रीमलाइनर बना त्रासदी का कारण
यह हादसा एयर इंडिया की उड़ान AI171 के साथ हुआ, जो बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान था। विमान में कुल 242 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे। यह मेघाणी नगर स्थित एक मेडिकल छात्रावास परिसर पर गिरा, जिससे ज़बरदस्त आग लग गई।
जांच कर रही है विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो
AAIB की एक बहु-विषयक टीम इस दुर्घटना की जांच कर रही है। स्थानीय एजेंसियों और अधिकारियों के सहयोग से दस्तावेजीकरण और साक्ष्य संग्रह का काम पूरा हो चुका है। अब डिजिटल डेटा और तकनीकी विश्लेषण का चरण चल रहा है।
दोनों ब्लैक बॉक्स बरामद, डिकोडिंग पर निर्णय जल्द
मंत्रालय के अनुसार, डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की संयुक्त इकाई 13 जून को बरामद की गई, जबकि दूसरा सेट 16 जून को मिला। यह विमान मॉडल दो ब्लैक बॉक्स सेट से लैस था। इन रिकॉर्डर की डिकोडिंग कहां होगी, यह निर्णय AAIB द्वारा सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की समीक्षा के बाद लिया जाएगा।
गुजरात सरकार की जांच में भूमिका नहीं
गुजरात सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस हादसे की जांच में उसकी कोई सीधी भूमिका नहीं है। अहमदाबाद के अतिरिक्त मुख्य अग्निशमन अधिकारी जयेश खड़िया ने बताया कि स्थानीय दमकलकर्मी जांच टीम की सहायता कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विमान का पिछला हिस्सा छात्रावास की कैंटीन में फंसा हुआ था, जिसे 14 जून को क्रेन से हटाया गया।
मलबा अब भी मौके पर मौजूद, पहचान जारी
हादसे में मारे गए कई लोगों की पहचान डीएनए जांच के ज़रिए की जा रही है। एक अधिकारी के अनुसार, अब तक 215 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 198 शवों को परिजनों को सौंपा जा चुका है। घटनास्थल पर विमान का मलबा अब भी मौजूद है और उसे हटाने का आदेश नहीं दिया गया है। यह हादसा देश की सबसे बड़ी विमान दुर्घटनाओं में से एक बन गया है। अब सभी की निगाहें AAIB की अंतिम रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे हादसे की असली वजह सामने आ सके।