Operation Rising Lion: पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष के बीच अब ईरान ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। ईरानी सेना का कहना है कि उसने इजरायली एयरफोर्स के दो F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स को अपने एयरस्पेस में मार गिराया है। इतना ही नहीं, दावा यह भी किया गया है कि इन जेट्स में से एक पायलट को जिंदा पकड़ लिया गया है।
ईरानी मीडिया ‘तेहरान टाइम्स’ के मुताबिक, जैसे ही इजरायली फाइटर जेट ईरान की हवाई सीमा में दाखिल हुए, ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए( Operation Rising Lion) दोनों विमानों को निशाना बनाया और गिरा दिया। बताया गया है कि एक पायलट पैराशूट के जरिए नीचे उतरा, जिसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
इजरायल की ओर से कोई पुष्टि नहीं
इस सनसनीखेज दावे को लेकर अभी तक इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। IDF ने फिलहाल ऐसी किसी भी घटना की पुष्टि करने से इनकार किया है।
इजरायली वायुसेना द्वारा जारी वीडियो में यह बताया गया है कि ईरान पर हालिया हमले में RAAM (F-15I), SOUFA (F-16I) और ADIR (F-35I) जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया गया था। ये सभी विमान अमेरिका द्वारा इजरायल को प्रदान किए गए हैं।
F-35 की कीमत और रणनीतिक महत्व
F-35 एक पांचवीं पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर जेट है, जिसकी कीमत लगभग 90 मिलियन डॉलर (करीब 7 अरब रुपये) होती है। अगर ईरान का दावा सही साबित होता है, तो सिर्फ दो जेट गिरने से ही इजरायल को लगभग 15 अरब रुपये का नुकसान हुआ है।
200 से ज्यादा फाइटर जेट्स से किया गया हमला
सूत्रों के अनुसार, इजरायल ने “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” के तहत ईरान पर हमला करने के लिए करीब 200 फाइटर जेट्स तैनात किए थे। इस हमले का उद्देश्य ईरान के रणनीतिक और सैन्य ठिकानों को कमजोर करना था। अब तक की जानकारी के अनुसार, इस ऑपरेशन में 6 परमाणु वैज्ञानिक, 4 उच्च सैन्य अधिकारी और 60 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है।