भारत की पहली महिला सैन्य अधिकारियों ने ऑपरेशन सिंदूर पर ब्रीफिंग दी, आतंकवाद के खिलाफ मजबूत संदेश

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Operation Sindoor

Operation Sindoor: 7 मई 2025 को नई दिल्ली में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक अहम प्रेस ब्रीफिंग आयोजित की गई। इस ब्रीफिंग में दो महिला सैन्य अधिकारियों…कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह….ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ (Operation Sindoor)मंच साझा किया और देश को ऑपरेशन की जानकारी दी। यह पहली बार था जब किसी बड़े सैन्य ऑपरेशन पर दो महिला अधिकारियों ने देश को संबोधित किया।


ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य और समय

ऑपरेशन सिंदूर को 6-7 मई की रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया। इसका मकसद 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देना था, जिसमें 28 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के 9 प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाया।


कर्नल सोफिया कुरैशी: रणनीतिक नेतृत्व की मिसाल

कर्नल सोफिया कुरैशी, वडोदरा (गुजरात) में जन्मी एक अनुभवी अधिकारी, UN मिशन और कई अंतरराष्ट्रीय अभ्यासों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने ऑपरेशन के रणनीतिक दृष्टिकोण और लक्ष्य चयन की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए किया गया। सभी लक्ष्यों को विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर चुना गया।” उनकी आत्मविश्वास से भरी प्रस्तुति ने सोशल मीडिया पर प्रशंसा पाई।


विंग कमांडर व्योमिका सिंह: तकनीकी दक्षता की प्रतीक

विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की कुशल हेलीकॉप्टर पायलट हैं और 2500+ उड़ान घंटे पूरे कर चुकी हैं। उन्होंने ऑपरेशन में राफेल फाइटर जेट्स और स्कैल्प मिसाइलों के इस्तेमाल पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया और नागरिक जीवन का ध्यान रखा।” उनकी तकनीकी जानकारी और निर्भीक अंदाज़ ने देशवासियों का दिल जीता।


महिला सैन्य नेतृत्व की ऐतिहासिक भूमिका

यह ब्रीफिंग सिर्फ एक सैन्य रिपोर्ट नहीं थी, यह भारतीय सेना में महिला नेतृत्व के उदय का प्रतीक बन गई। दोनों अधिकारियों ने ऑपरेशन के वीडियो फुटेज, लक्ष्यों की सटीकता, और ज़मीनी हकीकत को भी साझा किया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इसे “मापा हुआ, गैर-उत्तेजक और जिम्मेदार कार्रवाई” करार दिया।


जनता की प्रतिक्रियाएं और राष्ट्रीय गौरव

सोशल मीडिया पर दोनों महिला अधिकारियों की जमकर तारीफ हुई। एक यूज़र ने लिखा, “कर्नल सोफिया को सुनते हुए देश पर गर्व महसूस हुआ। उनके शब्दों में भारत की ताकत झलक रही थी।” ऑपरेशन सिंदूर और इस ऐतिहासिक ब्रीफिंग ने न केवल भारत की सैन्य क्षमता को दिखाया, बल्कि महिलाओं की बढ़ती भूमिका को भी उजागर किया।

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