Bikaner Girls Military School Investment: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने राइजिंग राजस्थान समिट के तहत कोलकाता दौरे के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल की है। (Bikaner Girls Military School Investment) कोलकाता में उद्योगपतियों और राजस्थान मूल के व्यवसायियों से मुलाकात के बाद, उन्होंने शिक्षा में निवेश के महत्व को रेखांकित करते हुए एक बड़ी घोषणा की। बीकानेर में राज्य का पहला बालिका सैनिक स्कूल बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये के निवेश का एमओयू साइन हुआ है। यह स्कूल न केवल बेटियों को सशक्त करेगा, बल्कि शिक्षा और सैनिक प्रशिक्षण का बेहतरीन उदाहरण पेश करेगा।
श्रीराम नारायण राठी ट्रस्ट करेगा 100 करोड़ का निवेश, एमओयू साइन
राजस्थान के बीकानेर जिले के जयमलसर गांव में श्रीराम नारायण राठी चैरिटेबल ट्रस्ट ने छात्राओं के लिए सैन्य एकेडमी खोलने की घोषणा की है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के प्रयासों से ट्रस्ट के अध्यक्ष पूनम चंद राठी और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच 100 करोड़ के निवेश का एमओयू साइन किया गया।
सभी संभागों में खुलेंगे सैनिक स्कूल
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार, प्रदेश के सभी संभाग मुख्यालयों पर सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। यह पहल राज्य के युवाओं और छात्राओं को सेना में अधिक संख्या में भर्ती होने और देशभक्ति को बढ़ावा देने का मौका देगी।
छात्राओं के लिए सैन्य शिक्षा का सपना साकार होगा
मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान की बहनें सेना में अपनी योग्यता और साहस का लोहा मनवा रही हैं। जयमलसर गांव में छात्रा सैनिक स्कूल की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों को सेना में शामिल होने का बड़ा अवसर मिलेगा।
पंचू गांव में 10 करोड़ का निवेश
बीकानेर जिले के पंचू गांव में सेठ शंकर लाल चैरिटेबल ट्रस्ट ने 10 करोड़ का निवेश कर एक कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय और महाविद्यालय भवन बनाने की घोषणा की है। राज्य सरकार की ओर से जमीन उपलब्ध कराने पर ट्रस्ट यह निर्माण कार्य पूरा कर सरकार को सौंपेगा।
कोटा जिले में भी होगी नई पहल
शंकरलाल ट्रस्ट ने कोटा जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र में एक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का भवन बनवाने की भी घोषणा की है। यह शिक्षा क्षेत्र में बड़े स्तर पर निजी संस्थानों के योगदान का उत्कृष्ट उदाहरण है।
भामाशाहों का सहयोग जरूरी
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सैनिक अकादमी और शैक्षणिक संस्थानों के निर्माण में भामाशाहों और दानदाताओं का सहयोग महत्वपूर्ण है। यह पहल राजस्थान को शिक्षा और सैनिक प्रशिक्षण में अग्रणी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।