Indian Railways: सर्दियों में कोहरे का प्रकोप भारतीय रेलवे के लिए हर साल एक बड़ी चुनौती बन जाता है। हालांकि, इस साल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने नई तकनीक अपनाई है। भारतीय रेलवे (Indian Railways) अब लोको पायलटों को कोहरे में देखने में मदद करने के लिए फोग डिवाइस का उपयोग करने जा रहा है, जिससे ट्रेनें समय पर और सुरक्षित चल सकें। इस पहल से यात्रियों को मिलेंगे बेहतर सफर के अनुभव, बिना किसी असुविधा के।
सर्दियों में कोहरे की समस्या और ट्रेनें लेट होने की चुनौती
हर साल सर्दियों में भारत के विभिन्न हिस्सों में घने कोहरे के कारण कई ट्रेनें लेट हो जाती हैं। कोहरे की वजह से ट्रेन की विजिबिलिटी प्रभावित होती है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है। सुपरफास्ट ट्रेनों की गति को भी कम करना पड़ता है। एक ट्रेन के लेट होने का असर बाकी ट्रेनों पर भी पड़ता है, जिससे एक के बाद एक कई ट्रेनें विलंबित हो जाती हैं।
इंडियन रेलवे की तैयारी: फोग डिवाइस का उपयोग
इस बार यात्रियों को सर्दियों में कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े, इसके लिए भारतीय रेलवे ने विशेष फोग डिवाइस की व्यवस्था की है। यह डिवाइस लोको पायलट को कोहरे में देखने में मदद करेगा, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उत्तर-पश्चिम रेलवे मंडल को फोग डिवाइस की सप्लाई शुरू कर दी गई है।
फोग डिवाइस की कार्यप्रणाली
फोग डिवाइस लोको पायलट के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित होगा। यह डिवाइस आगे आने वाले सिग्नल की सूचना पहले से ही दे देता है, जिससे गाड़ी की गति को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इस तकनीकी सहायता के चलते ट्रेन अपनी स्पीड को मेनटेन कर पाएगी। इसके अलावा, मालगाड़ियों के लिए रेलवे ट्रैक पर रेडियम की स्ट्रिप लगाई जाएगी, ताकि धुंध में भी गाड़ी को सुरक्षित चलाया जा सके।