Alwar honeytrap case: अलवर पुलिस ने हनीट्रैप के एक बड़े मामले का भंडाफोड़ करते हुए एक शातिर महिला को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को बलात्कार के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे वसूलती थी।
शिवाजी पार्क थाना पुलिस ने यह कार्रवाई (Alwar honeytrap case) अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह और वृत्ताधिकारी उत्तर अंगद शर्मा के सुपरविजन में की। थानाधिकारी विनोद सामरिया के नेतृत्व में बनी टीम ने ऑपरेशन को अंजाम दिया।
कैसे फंसा शिकार?
परिवादी ने पुलिस को बताया कि 23 जून की रात करीब 10 बजे वह दुकान से घर लौट रहा था। मंगलम सिटी के पास एक महिला उसकी कार के आगे आ गई और खुद को डॉक्टर बताते हुए लिफ्ट मांगी। उसने उसे अंशल टाउन तक छोड़ा। इसके बाद दोनों के बीच फोन और मैसेज के जरिए बातचीत शुरू हुई। अचानक महिला ने बलात्कार के झूठे केस की धमकी देकर पैसों की मांग शुरू कर दी। डर के मारे परिवादी ने उसे पहले ही 45,000 रुपये दे दिए थे। पैसे मिलने के बावजूद महिला ने ब्लैकमेलिंग जारी रखी। परेशान होकर परिवादी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपी?
पुलिस ने प्लान बनाकर परिवादी से 20,000 रुपये (500-500 के 40 नोट) लिए, जिनके नंबर दर्ज किए गए। 20 जुलाई को बीएसआर कॉलेज के पास महिला को बुलाया गया। जैसे ही महिला ने पैसे लिए, सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया।
14 से अधिक मामले पहले भी दर्ज
जांच में सामने आया कि महिला पहले भी अलवर और जयपुर के कई थानों में इसी तरह की घटनाएं कर चुकी है।
- अलवर के अरावली विहार, वैशाली नगर और सदर थाना क्षेत्र
- जयपुर के बनीपार्क, झोटवाड़ा, मानसरोवर, मालवीय नगर, अशोक नगर, जवाहर नगर, सांगानेर, आजाद नगर, वैशालीनगर आदि
इन थानों में महिला के खिलाफ चोरी, पीटा एक्ट, ब्लैकमेलिंग, राजकार्य में बाधा, और मारपीट के कुल 14 केस दर्ज हैं।
अब आगे क्या?
पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है और उसके अन्य साथियों की तलाश जारी है। यह गिरफ्तारी हनीट्रैप गिरोह के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।



































































