“सीकर में कर्ज के कारण नौकर ने दी जान, सुसाइड नोट से खुलासा….मालिक पर गंभीर आरोप!

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Sikar News

Sikar News: धुलंडी का त्योहार सीकर में एक दिल दहला देने वाली घटना के साथ आया। युवक ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी, और यह घटना तब सामने आई जब उसका छोटा भाई कमरे में गया। युवक की सुसाइड से पहले अपनी पत्नी को पीहर छोड़कर भेजना और(Sikar News:) एक सुसाइड नोट छोड़ना, जो पूरी कहानी बयां कर रहा था, ने इस मामले को और भी जटिल बना दिया है। इस सुसाइड नोट में उसने कारखाना मालिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अब पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

परिवार से आखिरी मिलन

मरतन सैनी (40), जो सीकर के वार्ड 29 के अनाड़ी कोठी का रहने वाला था, ने अपनी पत्नी और बेटी को उनके पीहर छोड़ने के बाद घर वापस लौटने के बाद अपने आस-पास के लोगों से मुलाकात की। पत्नी के साथ आखिरी बार समय बिताने के बाद उसने खुद को एक दुखद मोड़ पर पहुंचाया, जब उसका छोटा भाई धर्मेंद्र कमरे में गया और रामरतन को मृत पाया।

सुसाइड से पहले भेजा वीडियो


युवक ने अपनी आत्महत्या से पहले एक वीडियो बनाकर रिश्तेदार को भेजा था। इस वीडियो में उसने अपने मालिक द्वारा लिए गए लोन और उसे मानसिक रूप से परेशान करने के बारे में खुलकर बताया था। लोन की रकम चुकाने के दबाव में युवक परेशान था और यह उसकी मानसिक स्थिति को और भी नाजुक बना रहा था। उसने सुसाइड नोट में साफ तौर पर लिखा था कि उसके मालिक ने कई लोन लिए, लेकिन चुकाने की बारी आई तो उसने रंग दिखा दिया।

लोन की मानसिक पीड़ा और शारीरिक बोझ

रामरतन सैनी का नाम पंकज शर्मा के कारखाने पर था, जहां पर वह काम करता था। मालिक ने रामरतन के कागजात से लोन लिया था, जो वह चुका नहीं पा रहा था। इसके कारण लोन एजेंट उसे मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे। यह लगातार टॉर्चर उसकी मानसिक स्थिति को और बिगाड़ रहा था, जिसके कारण वह आत्महत्या के निर्णय तक पहुंचा।

सरकारी शिकायत और न्याय की मांग

रामरतन ने अपने सुसाइड नोट में सरकार से भी शिकायत की, जिसमें उसने लिखा कि बड़ी-बड़ी कंपनियों को पावर दी जाती है, लेकिन अगर कोई आम नागरिक उनकी राशि चुकाने में असमर्थ हो, तो सजा मिलती है, जबकि ऐसी कंपनियों के खिलाफ सरकार कुछ नहीं करती। इसके साथ ही, रामरतन ने अपनी पत्नी से माफी मांगते हुए कहा कि वह अपना वचन नहीं निभा सका और भाई धर्मेंद्र से बच्चों का ध्यान रखने की अपील की।

वहीं, इलाके के जनप्रतिनिधियों ने यह मांग की है कि रामरतन के नाम पर जो लोन चल रहे हैं, वह माफ किए जाएं और मालिक पंकज शर्मा पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस दुखद घटना से परिवार और समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।

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