Monica Jat 10 job success story or fraud: राजस्थान की मोनिका जाट की कहानी सरकारी नौकरी पाने के जुनून की एक हैरान करने वाली मिसाल बन गई है, लेकिन इसके पीछे एक ऐसा राज छुपा था जिसने सबको चौंका दिया। मोनिका, जिसने पहले 10 बार सरकारी नौकरियों में सफलता पाई थी(Monica Jat 10 job success story or fraud), 11वीं बार पुलिस वर्दी की बजाय जेल की सलाखों के पीछे पहुंची।
राजस्थान उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 के पेपर लीक घोटाले में फंसी मोनिका को राजस्थान SOG ने गिरफ्तार किया है। मोनिका समेत 4 ट्रेनी थानेदारों को राजस्थान पुलिस अकादमी के ट्रेनिंग सेंटर से हिरासत में लिया गया, जहां वह अपनी नई नौकरी की ट्रेनिंग ले रही थी। अब उसकी यह ‘सफलता’ सरकारी नौकरी में फर्जीवाड़े की कड़ी बनकर सामने आ रही है, जिससे पूरा राज्य स्तब्ध है।
राजस्थान SOG की गिरफ्त में मोनिका जाट और तीन अन्य
एडीजी वीके सिंह के अनुसार, नीमराना के कोलिला निवासी रेणू कुमारी चौहान, झुंझुनूं जिले के चिड़ावा के पास गांव नूनिया गोठड़ा निवासी मोनिका जाट, श्रीमाधोपुर के अजीतगढ़ स्थित हरदास का बाग निवासी सुरजीत सिंह यादव और अलवर के तिजारा के राजदोकी निवासी नीरज कुमार यादव को गिरफ्तार किया गया है।
मोनिका जाट की सरकारी नौकरी की यात्रा
सोशल मीडिया पर मोनिका जाट का एक पुराना इंटरव्यू वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी सरकारी नौकरी की सफलता की कहानी बता रही है।
मोनिका ने 2016 से सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू की थी और अब तक 10 बार सफलतापूर्वक सरकारी नौकरी हासिल की। उसकी नियुक्तियों में 2016 में सीपीएसआई, सीपीओ, तीन बार दिल्ली पुलिस एसआई, दो बार दिल्ली पुलिस कांस्टेबल, 2018 में एलडीसी, एनटीपीसी रेलवे, राजस्थान पुलिस कांस्टेबल और 2021 में राजस्थान पुलिस सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं।
हरियाणा से खरीदा एसआई का पेपर
राजस्थान एसआई भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले में हरियाणा की गैंग की एंट्री ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। एसओजी की पूछताछ में खुलासा हुआ कि मोनिका जाट समेत सभी चार आरोपी ट्रेनी एसआई ने हरियाणा की गैंग से पेपर खरीदा था। मोनिका ने 40 लाख रुपये में सॉल्वड पेपर खरीदा, जबकि अन्य आरोपियों – रेणू चौहान, नीरज यादव और सुरजीत यादव ने 20-20 लाख रुपये में यह पेपर खरीदा।
मोनिका जाट की 69वीं रैंक
राजस्थान एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में मोनिका जाट ने 69वीं रैंक हासिल की थी। महिला वर्ग में उसने चौथी रैंक पाई थी। उसके परीक्षा परिणाम में हिंदी में 200 में से 178.13 अंक, सामान्य ज्ञान में 159.65 अंक, और इंटरव्यू में 50 में से 15 अंक थे। अन्य आरोपियों में सुरजीत यादव ने 18वीं रैंक, नीरज यादव ने 88वीं और रेणू चौहान ने 114वीं रैंक हासिल की थी।