Dotasara’s Attack:राजस्थान में रामगढ़ उपचुनाव के प्रचार के दौरान राजनीति गर्मा गई है, और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। (Dotasara’s Attack) शुक्रवार को बड़ौदामेव में आयोजित चुनावी सभा में डोटासरा ने भाजपा सरकार के खिलाफ तीखे आरोप लगाए, जिसमें एमएसपी का कानून न बनाना, बाजरे की सरकारी खरीद न करना और किसानों के कृषि यंत्रों पर जीएसटी लगाना शामिल था।
गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने विशेष अंदाज में चुनाव प्रचार किया और इस दौरान डांस भी किया, जिस पर लोगों ने हूटिंग की। डोटासरा का यह प्रचार तरीका और उनकी बयानों की धार, भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस की आक्रामक रणनीति को दर्शाते हैं। ऐसे में रामगढ़ उपचुनाव राज्य की राजनीतिक दिशा को प्रभावित करने वाला हो सकता है, जहां दोनों दल अपनी पूरी ताकत से मैदान में हैं।
भाजपा सरकार पर डोटासरा का हमला: संकल्प पत्र के वादे पूरे नहीं हुए
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया। किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने, बाजरे की सरकारी खरीद, युवाओं को नौकरी देने और महंगाई को कम करने जैसे वादों के बावजूद भाजपा सरकार इनमें से एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई। डोटासरा ने प्रदेश के कृषि मंत्री को भी किसानों की नीयत खराब बताने का आरोप लगाया।
किसानों के लिए कांग्रेस की योजनाएं और भाजपा का वादा: झूठा साबित हुआ हर दावा
डोटासरा ने यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार ने किसानों के को-ऑपरेटिव बैंकों के लोन माफ किए थे, लेकिन भाजपा ने चुनाव में वादा किया था कि उनकी सरकार बनने पर ना सिर्फ को-ऑपरेटिव, बल्कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के लोन भी माफ होंगे। अब भाजपा सरकार के पास इन वादों को पूरा करने का कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को पूरी बिजली भी नहीं दे पा रही है, और इसे लेकर उन्होंने प्रदेश सरकार को “पागल हाथी” की उपमा दी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर तंज: भ्रमित करने का आरोप
डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी तंज कसते हुए कहा कि वे सुबह नाश्ता कर हेलीकॉप्टर में बैठते हैं और प्रदेश भर में भ्रमण करते हैं, केवल भाषण देते हुए किसानों को भ्रमित करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे ईआरसीपी और यमुना के पानी की बात करते हैं, लेकिन इन मुद्दों पर उनका कोई ठोस कदम नहीं है।