Punjab CM Bhagwant Mann health: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann health )एक बार फिर अपनी सेहत को लेकर चर्चा में हैं। बुधवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ने पर उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। खबरों के मुताबिक, सीएम मान तीन बार बेहोश हो चुके हैं, जिसके बाद अस्पताल में उनके विभिन्न मेडिकल टेस्ट किए जा रहे हैं। फिलहाल उनकी सेहत स्थिर बताई जा रही है; हालांकि, उनकी स्वास्थ्य समस्याओं का असली कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है।
9 दिन पहले भी बिगड़ी थी तबियत
करीब 9 दिन पहले भी सीएम भगवंत मान की चंडीगढ़ में अचानक सेहत बिगड़ गई थी। उन्हें पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती किया गया, फिर दिल्ली के अपोलो अस्पताल में स्थानांतरित किया गया। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी फोन करके उनका हालचाल जाना था। इस बीच, आम आदमी पार्टी की चुप्पी पर शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस ने निशाना साधा है।
विपक्ष ने उठाए सवाल
पंजाब सीएम भगवंत मान के बार-बार बिगड़ती सेहत पर शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया ने चिंता जताई है और उनके जल्द ठीक होने की कामना की है। मजीठिया ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि सीएम मान लिवर सिरोसिस से पीड़ित हैं और उन्हें तत्काल लिवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता है। उन्होंने फोर्टिस अस्पताल से सीएम के स्वास्थ्य के बारे में मेडिकल बुलेटिन जारी करने की भी मांग की।
मजीठिया ने कहा, “एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की सेहत के बारे में जनता को जानने का अधिकार है। मुझे चिंता है कि उनकी सेहत को गुप्त रखा जा रहा है। अगर जांच नियमित थी, तो रात में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं थी।” उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी लगातार झूठ बोल रही है और सीएम मान की हालत गंभीर है।
कांग्रेस ने मांगी पारदर्शिता
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह से आग्रह किया कि वे हर घंटे स्वास्थ्य बुलेटिन जारी करें, ताकि जनता को सीएम भगवंत मान की सेहत के बारे में जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा, “जगह-जगह क्यूं छोड़ा जाए कि वे दिल्ली या चंडीगढ़ के किस अस्पताल में भर्ती हैं?”
फिलहाल, आम आदमी पार्टी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सेहत को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। विपक्षी नेता सवाल उठा रहे हैं कि आखिर सीएम मान को क्या हुआ है और क्यों उन्हें बार-बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है।