वर्तमान स्थिति
उत्तर भारत में बारिश की रफ्तार कुछ धीमी पड़ी है, जिससे पंजाब और हिमाचल प्रदेश समेत कई प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी राहत मिली है। हालाँकि, गुजरात के दक्षिणी भाग में बने कम दबाव के प्रभाव से वहाँ के कुछ जिलों में पिछले 24 घंटों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई। राजस्थान के विशेषकर बाड़मेर, जालौर और जैसलमेर में भारी बारिश जारी रहने की आशंका है।
राज्यवार अपडेट
गुजरात
दक्षिण गुजरात में कम दबाव का क्षेत्र तेज हुआ है। पिछले 24 घंटे में दक्षिणी जिलों के कई स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हुई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ स्थानों पर और भी अधिक बारिश संभव है, विशेषकर कच्छ के पास आगे बढ़ने के साथ।
राजस्थान
राजस्थान में रविवार को भी कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। बाड़मेर, जालौर और जैसलमेर जिलों में सोमवार को भी भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। उत्तर-पूर्वी कच्छ व सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक गहरा दबाव केंद्र बना हुआ है जो अगले दौर में और सक्रिय हो सकता है।
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल के कुछ हिस्सों में रविवार को हल्की बारिश दर्ज की गई। राज्य के स्थानीय मौसम केंद्र ने सोमवार के लिए आंधी-तूफान और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है—स्थानीय प्रशासन से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है।
पंजाब
पंजाब में बारिश की गति कम होने से राहत मिली है; फिर भी सतलुज, व्यास और रावी नदियों के ऊफान के कारण सैकड़ों गांव प्रभावित रहे हैं और हजारों लोग राहत शिविरों में हैं। राज्य सरकार ने कहा है कि बाढ़ कारण बंद किए गए स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 8 सितंबर से फिर से खुल सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर
रविवार को दिल्ली-एनसीआर में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहा। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आया है, पर आईएमडी ने सोमवार को गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई है—नागरिकों से सतर्क रहने का अनुरोध।
अरुणाचल प्रदेश
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में सोमवार से पूरे सप्ताह बारिश और आंधी-तूफान का दौर जारी रहने की संभावना है; स्थानीय स्तर पर तीव्रता भिन्न हो सकती है।
मौसम विज्ञानिक विवरण
उत्तर गुजरात और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बने गहरे दबाव के कारण पिछले 6 घंटों के दौरान यह क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा। केंद्र अनुमान है कि यह प्रणाली कच्छ व सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान की ओर आगे बढ़ते हुए और गहरी बन सकती है, जिससे कुछ स्थानों पर अत्यधिक बारिश की संभावना रहेगी।
प्रशासनिक तैयारियाँ और अपील
राज्य प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी रखें। नागरिकों से अनुरोध है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में न जाएँ, नदियों व नालों के किनारे न ठहरें, और स्थानीय अधिकारियों की सलाह मानें। विद्युत आपूर्ति, सड़क संपर्क और स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान की स्थिति में तत्काल जानकारी के लिए संबंधित helpline से संपर्क रखें।