Pahalgam terror attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सख्ती बढ़ा दी है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी समाचार चैनलों को निर्देश दिया है कि वे सेना की गतिविधियों और अभियानों का लाइव प्रसारण न करें। (Pahalgam terror attack)यह कदम आतंकी गतिविधियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियों के लीक को रोकने के लिए उठाया गया है।
14 स्थानीय आतंकवादियों की पहचान
खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकवादियों की सूची तैयार की है। ये सभी युवक पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों जैसे हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। इन आतंकियों की उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच है।
प्रमुख आतंकियों के नाम और संगठन
-
आदिल रहमान डेन्टू: लश्कर का सोपोर जिला कमांडर (2021 से सक्रिय)
-
आसिफ अहमद शेख: जैश का अवंतीपोरा जिला कमांडर (2022 से आतंकी गतिविधियों में शामिल)
-
अहसान अहमद शेख और हारिस नजीर: पुलवामा से लश्कर से जुड़े
-
आमिर नजीर वानी और यावर भट: जैश के आतंकी
शोपियां और अनंतनाग के सक्रिय आतंकी
शोपियां जिले में आसिफ अहमद खांडे, नसीर अहमद वानी, शाहिद अहमद कुटे, आमिर डार और अदनान डार जैसे आतंकी सक्रिय हैं। ये सभी लश्कर या उसके सहयोगी संगठन टीआरएफ के लिए काम कर रहे हैं।
जुबैर अहमद वानी, अनंतनाग से हिजबुल का ऑपरेशनल चीफ है और उसे A+ श्रेणी का आतंकी माना जाता है। वहीं हारून रशीद गनई हिजबुल से जुड़ा है और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुका है। कुलगाम से जुबैर अहमद गनी लश्कर का प्रमुख आतंकी बताया गया है।
विदेशी और स्थानीय आतंकियों का गठजोड़
हालिया पहलगाम हमले में तीन पाकिस्तानी आतंकियों के शामिल होने की पुष्टि हुई है। इस घटना ने विदेशी और स्थानीय आतंकियों के गठजोड़ की आशंका को मजबूत कर दिया है। इसके चलते दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अनंतनाग और शोपियां जिलों में सुरक्षा बलों ने सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। एजेंसियों का मानना है कि तैयार की गई यह सूची आतंकवाद के नेटवर्क को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।