National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार्जशीट दाखिल की है, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। (National Herald Case) इस मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस को विरोध प्रदर्शन और धरना देने का अधिकार है, लेकिन सार्वजनिक संपत्ति और फंड के दुरुपयोग का कोई अधिकार नहीं है।
कांग्रेस को विरोध प्रदर्शन का अधिकार, लेकिन लूट का नहीं
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “हम पहले ही स्पष्ट कर देते हैं कि कांग्रेस पार्टी को विरोध प्रदर्शन और धरना देने का अधिकार है। कांग्रेस परेशान है और देशभर में धरना देने की बात कर रही है, लेकिन किसी को भी पब्लिक फंड और संपत्ति को लूटने का अधिकार नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि यह मामला केवल नेशनल हेराल्ड से संबंधित नहीं है, बल्कि सार्वजनिक संपत्ति के दुरुपयोग से भी जुड़ा हुआ है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गुरुग्राम जमीन घोटाले में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा बुधवार को फिर से ईडी के सामने पेश होंगे। उन्होंने बताया कि कल भी रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की गई थी, और उनकी जांच जारी रहेगी।
नेशनल हेराल्ड का संपत्ति विवाद और कांग्रेस की भूमिका
रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि नेशनल हेराल्ड कभी नेहरू परिवार की संपत्ति नहीं रही थी, बल्कि इसमें कई बड़े लोगों ने सहयोग किया था। उन्होंने यह भी बताया कि साल 2008 में इसका प्रकाशन बंद हो गया था और कांग्रेस ने पार्टी फंड से 90 लाख रुपये की मदद की थी, जो एक निजी कंपनी को नहीं दी जा सकती थी।
पार्टी फंड का निजी कंपनी को देना प्रतिबंधित
प्रसाद ने यह भी कहा कि 2009 में कांग्रेस ने फिर से लोन दिया था, लेकिन बाद में यह भी कहा गया कि लोन नहीं चुकाया जा सकता। इसके बाद, यंग इंडिया कंपनी को 76% शेयर, यानी 9 करोड़ शेयर, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को दे दिए गए। इस पर उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, जो एक राजनीतिक पार्टी है, ने पार्टी फंड को एक निजी संस्था को दिया, जो प्रतिबंधित है।