Share Market Scam: राजस्थान में एक बड़ा स्कैम सामने आया है, जिसमें ठगों ने शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर लोगों से 10,000 करोड़ रुपए की ठगी की।(Share Market Scam) यह धोखाधड़ी पिछले आठ सालों से एक मोबाइल ऐप के जरिए चल रही थी। इस घोटाले में महाराष्ट्र और कर्नाटक के निवेशक भी शामिल हैं।
ठगों का ऑपरेशन: ‘कैपमोर एफएक्स’ ऐप
श्रीगंगानगर के ठगों ने ‘कैपमोर एफएक्स’ नाम से एक ऐप विकसित किया था, जिससे वे लोगों को शेयर मार्केट में निवेश के तरीके सिखाते थे। इसके जरिए कर्नाटक और महाराष्ट्र में सेमिनार आयोजित किए जाते थे, और फिर ग्राहकों से रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 10-15 हजार रुपए वसूलकर निवेश करवाया जाता था।
छोटे निवेश से शुरू होता था बड़ा धोखा
ठग पहले छोटे निवेश जैसे 1,000 रुपए से शुरुआत करवाते थे और फिर ग्राहकों को 500 रुपए का मुनाफा दिखाकर उन्हें बड़े निवेश के लिए प्रेरित करते थे। इसके बाद, अधिक निवेश के लिए कमीशन का लालच देकर और निवेशक जुटाए जाते थे। इस तरह से ठगों ने बड़े पैमाने पर लोगों को फंसाया।
ठगी का खुलासा: साइबर फ्रॉड की जांच से पता चला बड़ा मामला
इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब ‘प्रतिबिंब ऐप’ का इस्तेमाल कर आरोपियों के मोबाइल नंबरों का ट्रैक किया गया। इन नंबरों पर कर्नाटक और महाराष्ट्र से साइबर फ्रॉड की शिकायतें थीं। जांच में यह सामने आया कि इन खातों में करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ था, जिससे ठगी का मामला और बड़ा हो गया।
कर्नाटक में दर्ज हुआ केस, ठगी का दायरा बढ़ा
कर्नाटक के कटप्पा बाबू चौहान ने आरोपियों के खिलाफ 4.5 करोड़ रुपए की ठगी का मामला दर्ज कराया था। जब जांच की गई, तो यह पता चला कि ठगी की रकम 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा है। मामले में आरोपी दुबई भागने की कोशिश कर रहे थे, जिनमें दीपक आर्य का भाई अजय आर्य, सौरभ चावला, बलजीत सिंह और कर्मजीत सिंह शामिल हैं।
सभी आरोपी की संपत्ति होगी जब्त
श्रीगंगानगर के एसपी गौरव यादव ने बताया कि इस गिरोह के खिलाफ दो FIR दर्ज की गई हैं। पुलिस अब इन ठगों के हर सदस्य की संपत्ति की जानकारी जुटा रही है और कोर्ट में इस्तगासा पेश करेगी। कोर्ट के आदेश पर इनकी संपत्ति सीज कर नीलाम की जाएगी, और उससे प्राप्त राशि ठगी के शिकार लोगों को लौटाई जाएगी।