crime news: राजस्थान में सोमवार को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) पुलिस ने एमडी ड्रग बनाने की एक बड़ी फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। (crime news)प्रतापगढ़ के देवल्दी गांव में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में ड्रग निर्माण के उपकरण और केमिकल बरामद किए गए। इसके अलावा एक फार्म हाउस से अवैध हथियार भी जब्त किए गए। जब्त की गई एमडी ड्रग्स की कीमत करीब 40 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने खुलासा किया कि यह ड्रग्स राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में सप्लाई की जा रही थी।
गुजरात में पकड़ी गई ड्रग्स से जुड़े थे तार
डीजी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, दिनेश एमएन ने जानकारी दी कि राजस्थान-मध्यप्रदेश सीमा से सटे प्रतापगढ़ के गांवों में बड़े पैमाने पर एमडी ड्रग्स का निर्माण किया जा रहा था। कुछ समय पहले गुजरात एटीएस ने भोपाल में 1800 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स पकड़ी थी, जिसके तार देवल्दी गांव से जुड़े पाए गए।
दो महीने से जुटाई जा रही थी जानकारी
मुख्य आरोपी देवल्दी गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस को इन गतिविधियों की सूचना पिछले दो महीनों से मिल रही थी। सोमवार को जानकारी मिली कि याकूब पुत्र फकीर गुल, जमशेद पुत्र फकीर गुल, और शाहील पुत्र सलीम नामक आरोपी फार्म हाउस पर अवैध ड्रग्स निर्माण में शामिल हैं। इन आरोपियों के खिलाफ पहले से ही एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं।
पुलिस दबिश से पहले फरार हुए आरोपी
पुलिस टीम ने थानाधिकारी अरनोद के साथ मौके पर दबिश दी, लेकिन अपराधी पुलिस की भनक लगते ही फरार हो गए। तलाशी के दौरान पुलिस ने एमडी ड्रग बनाने के उपकरण, शुद्ध एमडी ड्रग का घोल, अवैध पिस्टल, जिंदा कारतूस, मोटरसाइकिल और अन्य सामग्री बरामद की।
ड्रग्स और हथियार की बरामदगी
सरसों के खेत की तलाशी के दौरान 20 लीटर के डिब्बे में 11.45 किलोग्राम लिक्विड एमडी ड्रग (अंतिम चरण में), 14.77 किलोग्राम ड्रग निर्माण में इस्तेमाल होने वाला केमिकल, और 4.9 किलोग्राम एनडीपीएस घटक से युक्त लिक्विड केमिकल बरामद किया गया।
मुख्य आरोपी शोएब का कनेक्शन
पकड़े गए आरोपी याकूब, जमशेद, और शाहील गुजरात एटीएस द्वारा भोपाल में पकड़ी गई ड्रग्स के मुख्य सरगना शोएब के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। शोएब अभी भी फरार है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और फरार अपराधियों की तलाश जारी है।