Rajasthan news: अजमेर के बिजयनगर में स्कूली छात्राओं को दोस्ती के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल और रेप करने का मामला तूल पकड़ चुका है। (Rajasthan news)इस घटना के खिलाफ लोगों में आक्रोश है, जिसके चलते आज अजमेर, ब्यावर और भीलवाड़ा पूरी तरह बंद हैं। स्थानीय लोग और संगठन आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे का बयान:
इस संवेदनशील मामले पर राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि लड़कियों को हिंदू संगठनों से जुड़ने के कारण टारगेट किया गया। राज्यपाल ने यह सवाल उठाया कि क्या किसी संगठन से जुड़ना गुनाह है? उन्होंने कहा, “अब ऐसा नहीं चलेगा। अगर कोई हमें टारगेट करेगा, तो हम भी जवाब देंगे।”
‘डरो नहीं, ईंट का जवाब पत्थर से दो’ –
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने झुंझुनूं के डूंडलोद गर्ल्स स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को विपरीत परिस्थितियों में हिम्मत से काम लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई गलत नजर से देखे तो नजर मिलाकर जवाब दो। लड़कियों को डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि साहस के साथ सामना करना चाहिए। इससे पहले अलवर में भी उन्होंने छात्राओं को आत्मरक्षा और सशक्तिकरण की सीख दी थी।
क्या है बिजयनगर ब्लैकमेलिंग केस?
15 फरवरी को बिजयनगर में स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया था। एक नाबालिग लड़की के परिजनों की शिकायत के बाद चार और पीड़िताएं सामने आईं। परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी अश्लील वीडियो बनाकर लड़कियों को ब्लैकमेल कर रहे थे और जबरन धर्मांतरण का दबाव डाल रहे थे। पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
जनता में आक्रोश, कड़ी कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद से राजस्थानभर में आक्रोश है। कई संगठनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की बात कही जा रही है। पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि जल्द से जल्द इस मामले की जांच पूरी कर दोषियों को सजा दिलाई जाए।

































































