CBI Raid in Rajasthan:किसी भी मामले की जांच में जब पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं होती है, तब लोग सीबीआई जांच की मांग करते हैं। सीबीआई के हाथ में जांच जाते ही लोगों को यह भरोसा होता है कि अब मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी। लेकिन जब सीबीआई के अधिकारी ही भ्रष्ट हो जाएं, (CBI Raid in Rajasthan)तो न्याय की उम्मीद धूमिल हो जाती है। ऐसे में सीबीआई की साख पर भी बट्टा लगता है।
राजस्थान से सामने आया मामला
राजस्थान से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां सीबीआई ने अपने ही एक अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उसके ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में 55 लाख कैश, करोड़ों की प्रॉपर्टी के पेपर सहित अन्य दस्तावेज मिले।
ब्रज मोहन मीणा के ठिकानों पर हुई रेड
मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने बैंक सिक्योरिटी एंड फ्रॉड ब्रांच, मुंबई में तैनात डीएसपी ब्रज मोहन मीणा उर्फ बी.एम. मीणा के खिलाफ रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया। जिसके बाद ब्रज मोहन मीणा के चार अलग-अलग राज्यों के कई शहरों में स्थित ठिकानों पर छापेमारी कर 55 लाख कैश, करोड़ों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज सहित अन्य सामग्री जब्त की।
सीबीआई डीएसपी पर अनुचित लाभ प्राप्त करने के आरोप
सीबीआई की ओर से जारी प्रेस नोट के अनुसार, भ्रष्टाचार एवं अन्य अपराधों के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सीबीआई ने अपने ही डिप्टी एसपी एवं अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज किया। उन पर आरोप है कि वे अपनी जांच के दायरे में आने वालों से अनुचित लाभ प्राप्त कर रहे थे। प्राथमिकी में यह आरोप है कि आरोपी लोक सेवक, खातों के जाल एवं हवाला चैनलों के माध्यम से रिश्वत के पैसे के लेनदेन के लिए विभिन्न मध्यस्थ व्यक्तियों की सेवाओं का उपयोग कर रहा था।
20 ठिकानों पर तलाशी: जयपुर, कोलकाता, मुंबई, नई दिल्ली
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जयपुर, कोलकाता, मुंबई एवं नई दिल्ली में 20 परिसरों में तलाशी ली गई। तलाशी में 55 लाख रुपए नकद बरामद हुए, जो हवाला चैनल के माध्यम से भेजे गए थे। लगभग 1.78 करोड़ रुपए की संपत्ति में निवेश दर्शाने वाले दस्तावेज एवं अन्य आपत्तिजनक दस्तावेजों/लेखों के अतिरिक्त 1.63 करोड़ रु. के लेनदेन को दर्शाने वाली पुस्तक प्रविष्टियाँ बरामद हुईं। इस मामले में जांच अभी जारी है और सीबीआई अधिकारी पर लगे आरोपों की गहन पड़ताल की जा रही है