Nepal violence: नेपाल में इस वक्त भारी बवाल जारी है। जगह-जगह से हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं, और प्रदर्शनकारी सरकारी इमारतों, नेताओं के घरों और संसद तक में आग लगा रहे हैं। उपद्रवियों ने पूरे शहर में तोड़फोड़ और आगजनी कर तनाव का माहौल बना दिया है।(Nepal violence) इस बीच, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली, राष्ट्रपति और कई मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब नेपाल की कमान सेना के हाथों में है।
पीएम मोदी की शांति की अपील
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के लोगों से बड़ी अपील की है। उन्होंने अपने आधिकारिक X हैंडल पर ट्वीट कर के कहा, “आज हिमाचल प्रदेश और पंजाब के दौरे से लौटने के बाद Cabinet Committee on Security की बैठक में नेपाल के घटनाक्रम को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। नेपाल में हुई हिंसा हृदयविदारक है। यह जानकर बहुत पीड़ा हुई कि इसमें अनेक युवाओं की जान गई है। नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मैं नेपाल के अपने सभी भाई-बहनों से विनम्र अपील करता हूं कि वे शांति-व्यवस्था बनाए रखें।”
पीएम मोदी की बड़ी बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को नेपाल की स्थिति पर चर्चा के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए। पीएम मोदी ने बैठक में इस बात पर जोर दिया कि नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
नेपाल में सेना की तैनाती
नेपाल में Gen-Z आंदोलन के चलते दो दिन से सुलग रही स्थिति के बीच अब सेना की तैनाती हो गई है। रात 10 बजे के बाद काठमांडू की सड़कों पर सेना की मूवमेंट की शुरुआत हो गई। नेपाल आर्मी की कई बख्तरबंद गाड़ियां काठमांडू की सड़कों पर गश्त करती रहीं। इस दौरान सेना ने कई उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया है। अब नेपाल में स्थिति को काबू में करने की जिम्मेदारी सेना के कंधों पर आ गई है।