Gaza ceasefire : मध्य पूर्व में हाल ही में हुए युद्धविराम के बाद अमेरिका ने आतंक और हिंसा पर सख्त रुख अपनाते हुए साफ कर दिया है कि अब क्षेत्र में अशांति के लिए कोई जगह नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति
डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को स्पष्ट कहा कि हमास को शांति (Gaza ceasefire) समझौते की शर्तों के तहत अपने सभी हथियार सौंपने होंगे, अन्यथा अमेरिका खुद कार्रवाई करेगा और उन्हें जब्त करेगा।
व्हाइट हाउस में ट्रंप का कड़ा संदेश
व्हाइट हाउस में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति
जेवियर माइली के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि हमास ने खुद निरस्त्रीकरण का वादा किया है और अब उसे उस पर कायम रहना होगा। उन्होंने कहा, “अगर उन्होंने हथियार नहीं छोड़े, तो हम उन्हें जब्त कर लेंगे। वे जानते हैं कि मैं कोई खेल नहीं खेल रहा हूं।” यह बयान ऐसे समय आया जब अमेरिका ने अर्जेंटीना को आर्थिक संकट से निकालने के लिए
20 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।
गाजा युद्धविराम को बताया ‘ऐतिहासिक सुबह’
ट्रंप ने गाजा युद्धविराम को “एक नए मध्य पूर्व की ऐतिहासिक सुबह” बताया। उन्होंने कहा कि आतंक, अराजकता और बर्बादी की ताकतों को पराजित कर दिया गया है और यह एक लंबे, दर्दनाक दुःस्वप्न का अंत है।
हमास का निरस्त्रीकरण: ‘स्वर्ण युग’ की शुरुआत
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हमास का पूरी तरह से निरस्त्रीकरण इजराइल और पूरे क्षेत्र के लिए एक स्वर्ण युग की शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमास अपने वादे से पीछे हटता है, तो उसे निर्णायक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इजराइल की संसद नेसेट में ऐतिहासिक संबोधन
इजराइल की संसद
नेसेट में ट्रंप ने ऐतिहासिक भाषण देते हुए कहा कि यह केवल युद्ध का अंत नहीं, बल्कि आतंक और मृत्यु के युग का समापन है। 2008 के बाद यह पहला अवसर था जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने नेसेट को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के अधिकांश देशों ने हमास को हथियारविहीन करने की योजना का समर्थन किया है।
“अब समय है स्थायी शांति का”
ट्रंप ने कहा कि इजराइल ने सैन्य बल से जितना हासिल किया जा सकता था, वह कर लिया है। अब वक्त है कि इन उपलब्धियों को स्थायी शांति और समृद्धि में बदला जाए। उन्होंने कहा, “इजराइल की सुरक्षा को अब कोई खतरा नहीं होगा, और यही इस योजना की सबसे बड़ी सफलता है।”