क्या-क्या हटाया गया और क्यों?
व्हाइट हाउस के आदेश के अनुसार:
- ब्राजील से आने वाले एयरक्राफ्ट पार्ट्स पर लागू 40% अतिरिक्त टैरिफ हटा दिया गया।
- पूर्व में ब्राजील पर लगाये गए टैरिफ — जिनमें कॉफी, बीफ और सीज़नल फ्रूट्स शामिल थे — पर भी ढील दी गई।
- स्टील पर लागू 25% टैरिफ फिलहाल बरकरार रखा गया है।
6 महीने में लगे-हटाये गए टैरिफ — संक्षेप
इस साल की शुरुआत से ही ब्राजील पर अलग-अलग टैरिफ लागू किए और बढ़ाए गए थे:
- अप्रैल 2025 में ब्राज़ील पर 26% टैरिफ लागू किया गया था।
- जुलाई 2025 में अतिरिक्त 40% टैरिफ लगाया गया — खासकर बीफ, कॉफी, कोको और सीज़नल फल पर।
- इसके बाद कुल प्रभावी टैरिफ 50% तक बढ़ाये जाने के साथ कुछ मामलों में 76% तक पहुंच गया, जिसने दोनों देशों के व्यापार और घरेलू कीमतों पर असर डाला।
महंगाई और राजनीतिक वार्ता का कनेक्शन
व्हाइट हाउस ने इन कदमों का मकसद अमेरिका में बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करना बताया है — महंगे आयात से घरेलू कीमतें दबाव में आई थीं। वहीं, अमेरिकी और ब्राज़ीलियाई नेताओं के बीच चल रही व्यापार वार्ता (राष्ट्रपति ट्रम्प और ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा) के अंतिम नतीजे से ब्राज़ील पर लागू टैरिफ के भविष्य का निर्धारण होने की संभावना है।
ब्राज़ील की प्रतिक्रिया और आगे का रास्ता
टैरिफ बढ़ाये जाने पर ब्राज़ील ने पहले प्रतिशोधी शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी। अब दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता तेज हैं और अधिकारी समझौते की कोशिश कर रहे हैं ताकि द्विपक्षीय तनाव कम हो और व्यापार सामान्य हो सके।
टैरिफ हटने से कुछ उपभोक्ता वस्तुओं के दाम कम होने की संभावना है, खासकर कॉफी और बीफ पर — जो घरेलू बाजार में महंगाई को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। हालांकि स्टील पर कर बने रहने से कुछ उद्योगिक वस्तुओं पर असर बना रह सकता है।



































































