Rajasthan politics: अलवर में एसपी की जासूसी का मामला चुनावी राजनीति का सबसे बड़ा मुद्दा बनने की ओर है, जो सियासी हलकों में (Rajasthan politics)हलचल मचा रहा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि महिला आईपीएस अधिकारी के कॉल ट्रेस किए जाने का मामला बेहद गंभीर है, लेकिन सरकार इस पर आंखें मूंदे बैठी है।
भिवाड़ी एसपी कॉल ट्रेसिंग विवाद से गरमाई सियासत
राजस्थान के भिवाड़ी जिले की एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी की जासूसी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस विवाद के चुनावी मुद्दा बनने की पूरी संभावना है, जिसे कांग्रेस अब प्रमुख हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की तैयारी में है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने बुधवार को उपचुनाव की तैयारियों पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने भिवाड़ी एसपी की कॉल ट्रेसिंग का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया।
डोटासरा का आरोप: सरकार महिला सशक्तिकरण पर खामोश
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोविंद डोटासरा ने एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी की जासूसी को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “जब एक महिला आईपीएस अधिकारी की कॉल ट्रेस की जा रही हो और सरकार चुप्पी साधे बैठी हो, तो यह महिला सशक्तिकरण की बातों को खोखला साबित करता है।” डोटासरा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के पास इस मामले की जांच कराने तक का समय नहीं है, क्योंकि वह कांग्रेस पर आरोप लगाने में ही लगी हुई है।
जासूसी का मामला बना चुनावी मुद्दा
डोटासरा ने इस पूरे विवाद को चुनावी हथियार बनाते हुए कहा कि यदि भाजपा जांच कराने में विफल रहती है, तो कांग्रेस इस मुद्दे को चुनावों में उठाएगी। उन्होंने भरोसा जताया कि कांग्रेस सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। इस बीच, बीजेपी की ओर से इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस की ओर से इस हमले ने चुनावी माहौल में गर्मी ला दी है।
जासूसी कांड की पृष्ठभूमि
कुछ दिन पहले भिवाड़ी की एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने अपने साइबर सेल इंचार्ज सहित सात पुलिसकर्मियों को उनकी लोकेशन की जासूसी के आरोप में निलंबित कर दिया था। यह मामला अब सियासी गलियारों में चर्चा का केंद्र बन चुका है, और कांग्रेस इसे भाजपा के खिलाफ बड़े मुद्दे के रूप में पेश कर रही है, जो आने वाले चुनावों में भाजपा पर भारी पड़ सकता है।