मां पर हुए अपमान को बताया दुर्भाग्यजनक
प्रधानमंत्री ने बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड के शुभारंभ के दौरान कहा कि उनकी मां को कांग्रेस और राजद के मंच से गालियाँ दी गईं। उन्होंने कहा कि उनकी मां राजनीति से जुड़ी नहीं थीं और उन्होंने उन्हें “मां भारती की सेवा” व गरीबों की सेवा करना सिखाया। पीएम ने कहा, “मां का स्थान देवी-देवताओं से भी ऊपर होता है। मां को गाली देना हर मां के लिए अपमानजनक है।”
महिला-विरोधी मानसिकता पर तीखी टिप्पणी
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने उनकी मां को गालियाँ दीं, उनकी महिला-विरोधी मानसिकता सबके सामने आ गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासी परिवार से आतीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान किया है और महिलाओं के प्रति नफरत की राजनीति को रोकना जरूरी है।
राजद और कांग्रेस से माफी की माँग
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग उनकी मां को गाली देते हैं उन्हें छठी मैया से माफी माँगनी चाहिए और जनता को राजद और कांग्रेस से जवाब माँगना चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर आवाज बुलंद करने का आह्वान किया — “माँ को गाली नहीं सहेंगे”। पीएम मोदी ने राजद शासन के दौरान बिहार में अपराध, हत्या, फिरौती और बलात्कार की बातें उठाते हुए आरोप लगाया कि राजद सरकार अपराधियों को संरक्षण देती थी और इसका खामियाजा बिहार की महिलाओं को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि जब महिला-विरोधी मानसिकता सत्ता में आई है, सबसे ज्यादा पीड़ा माताओं, बहनों और बेटियों को हुई है।
व्यक्तिगत हमला और सामाजिक संदेश
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ युवा राजघरानों के लोग एक गरीब मां की तपस्या और उससे उपजे बेटे के दर्द को नहीं समझ सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों को सत्ता ‘बपौती’ लगती है, जबकि जनता ने मेहनती बेटे को प्रधान सेवक बनाकर चुना है। पीएम मोदी ने बताया कि इन लोगों द्वारा दी गई गालियों की सूची लंबी है और यह सोच जनता के सामने उजागर हो रही है।