CM Bhajanlal:मुख्यमंत्री आवास पर ‘कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान के तहत ‘जल संचय-जन भागीदारी’ विषय पर संवाद कार्यक्रम आयोजित होगा। इसमें केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर (CM Bhajanlal)पाटिल और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर के 200 उद्यमियों, समाजसेवियों, और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ संवाद करेंगे। उनका उद्देश्य प्रदेश को जल आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रेरित करना है।
सांगानेर में भूमि पूजन से होगा शुभारंभ
इसी दिन शाम को सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के राजकीय महाविद्यालय में वर्षा जल संचयन के कार्यों का भूमि पूजन किया जाएगा। इस अवसर पर वर्षा जल संचयन की महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत होगी।
रिचार्ज शाफ्ट संरचनाओं का निर्माण
इस अभियान की शुरुआत अक्टूबर में सूरत में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल द्वारा की गई थी। अब यह कार्यक्रम पूरे देश में जल संचयन में जनभागीदारी का प्रेरणास्रोत बनता जा रहा है। गुजरात सहित अन्य राज्यों में बसे राजस्थानी व्यवसायी अपने गृह जिलों में जल संचयन कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। स्थानीय भामाशाहों की मदद से ग्रामीण क्षेत्रों में रिचार्ज शाफ्ट संरचनाओं का निर्माण हो रहा है।
भूजल स्तर गिरने से रोकने का प्रयास
‘कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में वर्षाजल संचय के जरिए भूजल स्तर की गिरावट को रोकना है। प्रारंभिक चरण में सिरोही, पाली, जोधपुर, भीलवाड़ा, झुंझुनूं और जयपुर जिलों को इस अभियान से जोड़ा गया है।
भूजल संरक्षण की महत्त्वाकांक्षी योजना
प्रदेश में 216 पंचायत समितियां, जो 72 प्रतिशत क्षेत्र कवर करती हैं, अतिदोहित श्रेणी में आ चुकी हैं। यहां भूजल की गुणवत्ता खराब हो गई है। इस अभियान से जल की घरेलू और कृषि उपयोग के लिए उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके तहत पर्यावरण अनुकूल रिचार्ज शाफ्ट संरचनाओं का उपयोग कर वर्षा जल और भाप बनकर उड़ने वाले सतही जल की हर बूंद को संग्रहित और पुनर्भरण किया जाएगा।
जल संचय में जन भागीदारी पर जोर
अभियान का उद्देश्य जन भागीदारी के माध्यम से जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाना है। इस पहल से प्रदेश में जल संकट से निपटने और भविष्य के लिए जल भंडारण सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।