Rajasthan: महिला शिक्षिका का निलंबन! “करवा चौथ के दिन शिक्षा मंत्री के खिलाफ चूड़ियां फेंकने पर कार्रवाई”

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Rajasthan Teacher Suspension

Rajasthan Teacher Suspension: राजस्थान में शिक्षा व्यवस्था और शिक्षा विभाग से जुड़े मुद्दे अब एक नए विवाद की ओर बढ़ रहे हैं। (Rajasthan Teacher Suspension)हाल ही में राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाली शिक्षिका बेनी नंदा के निलंबन ने शिक्षकों के बीच एक नई हलचल पैदा कर दी है।

17 अक्टूबर को, जब शिक्षा मंत्री सर्किट हाउस में ठहरे हुए थे, तो नाराजगी व्यक्त करते हुए शिक्षिका बेनी नंदा ने नारेबाजी की और चूड़ियां उछाल कर अपना विरोध प्रकट किया। यह विरोध उनके विभागीय समस्याओं और शिक्षा से जुड़ी अन्य मांगों को लेकर था, लेकिन अब इसके परिणामस्वरूप उन्हें निलंबित कर दिया गया है। निलंबन के आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है और फिलहाल उनका मुख्यालय बिलाड़ा विभागीय कार्यालय में रखा गया है। गुरुवार को जारी हुए इन आदेशों के बाद शुक्रवार को शिक्षकों में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी, और विभाग के इस फैसले का विरोध शुरू हो गया।

इस निलंबन के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी पुरुषोत्तम सिंह राजपुरोहित द्वारा जारी किए गए हैं। शिक्षकों के बीच यह घटना अब एक बड़े आंदोलन का रूप ले सकती है, जिससे शिक्षा विभाग के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं।

महिला शिक्षिका का निलंबन: संगठन ने जताई नाराज़गी

राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री संतोक सिंह सिणली ने निलंबन पर नाराज़गी जताते हुए इसे निंदनीय करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश महिला संयोजिका बेबी नंदा का निलंबन संगठन के लिए चिंताजनक है। बेबी नंदा शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के महिलाओं के प्रति दिए गए आपत्तिजनक बयान का विरोध कर रही थीं और उसी सिलसिले में सर्किट हाउस में मंत्री से मिलने पहुंची थीं, जहां उन्हें मिलने से रोक दिया गया।

करवा चौथ पर किया विरोध, चूड़ियां फेंक कर जताई नाराजगी

निलंबित शिक्षिका बेबी नंदा ने स्पष्ट किया कि उनका विरोध महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए था। करवा चौथ के दिन, वह शिक्षा मंत्री के बयान के खिलाफ सर्किट हाउस गईं, लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोका और उनके साथ धक्कामुक्की की। नाराजगी जताते हुए उन्होंने अपने बैग से चूड़ियां निकालकर फेंकी। बेबी नंदा ने कहा, “मैं इसे उचित मानती हूं। महिला शिक्षिकाओं के सम्मान के लिए मैं हमेशा लड़ाई जारी रखूंगी, चाहे इसके परिणामस्वरूप कितने भी निलंबन झेलने पड़ें।”

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