MP Rajkumar Raut:राजस्थान के बाड़मेर डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत (MP Rajkumar Raut) आदिवासियों के मुद्दे को लेकर एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने अपने विवादास्पद बयान में कहा है कि आदिवासी न तो हिंदू हैं, न मुस्लिम, सिख या ईसाई। सांसद रोत ने मांग की है कि जनगणना के दौरान आदिवासियों के लिए अलग से धर्म कोड का कॉलम बनाया जाए। उनका मानना है कि आदिवासियों की अपनी पूजा पद्धति है, लेकिन उनकी पहचान का अभाव उन्हें दूसरे धर्मों की ओर जाने के लिए मजबूर कर रहा है।
जनगणना में धर्म कोड का कॉलम बनाने की मांग
सांसद रोत ने कहा, “आदिवासियों की अलग पूजा पद्धति है, लेकिन उनकी कोई पहचान नहीं होने से वे परिस्थिति के अनुसार धर्म अपना रहे हैं।” उनके इस बयान ने राजस्थान में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
घोटिया आंबा धाम का शुद्धिकरण कार्यक्रम
सांसद रोत के विवादास्पद बयान के बाद, बांसवाड़ा जिले के आदिवासी तीर्थ स्थल घोटिया आंबा धाम पर शुद्धिकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। आदिवासी सनातन हिंदू जन जागरण समिति ने पवित्र जल का छिड़काव किया और हवन किया, ताकि उस स्थल का शुद्धिकरण हो सके। पूर्व मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि सांसद रोत ने यहां दर्शन किए थे, जो लोग हिंदू धर्म को नहीं मानते थे, इसलिए शुद्धिकरण जरूरी था।
उपचुनाव में जीत का दावा
सांसद राजकुमार रोत ने विधानसभा के उपचुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “इस बार कोई गठबंधन नहीं होगा। हम अपने दम पर डूंगरपुर की चैरासी और उदयपुर की सलूंबर सीट पर चुनाव लड़ेंगे और दोनों सीटों पर जीत हासिल करेंगे।”